कौन हैं रूपाली... जिसने अखिलेश यादव को 3 मिनट में कर लिया था कन्विंस

यू पी विधनसभा चुनाव में  अब  कुछ  ही  दिन  बचे  हैं  , सभी  पर्टिया हर  जिले में अपने दावेदर  उतारने में  जुटी  है  ।  वही   यू पी विधनसभा चुनाव के  पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। सात चरण पूरे होने के बाद 10 मार्च को नतीजे निकलेंगे। सभी राजनीतिक दल अपने हिसाब से सीट निकालने वालें प्रत्यशी को टिकट दे रहे हैं। आगरा के पास फतेहाबाद सीट से समाजवादी पार्टी ने रूपाली दीक्षित को टिकट दिया है। आइए जानते हैं कौन हैं रूपाली:
यू पी विधनसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं , सभी पर्टिया हर जिले में अपने दावेदर उतारने में जुटी है । वही यू पी विधनसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। सात चरण पूरे होने के बाद 10 मार्च को नतीजे निकलेंगे। सभी राजनीतिक दल अपने हिसाब से सीट निकालने वालें प्रत्यशी को टिकट दे रहे हैं। आगरा के पास फतेहाबाद सीट से समाजवादी पार्टी ने रूपाली दीक्षित को टिकट दिया है। आइए जानते हैं कौन हैं रूपाली:
रूपाली दीक्षित हत्या समेत कई संगीन अपराधों के आरोप में जेल में बंद बाहुबलि राजनेता अशोक दीक्षिक की बेटी हैं।
रूपाली दीक्षित हत्या समेत कई संगीन अपराधों के आरोप में जेल में बंद बाहुबलि राजनेता अशोक दीक्षिक की बेटी हैं।
रूपाली ने साल 2016 में बीजेपी के साथ राजनीति में एंट्री ली थी। 2017 में उन्हें विधानसभा का टिकट नहीं मिला था। इस बार रूपाली बीजेपी छोड़ सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।
रूपाली ने साल 2016 में बीजेपी के साथ राजनीति में एंट्री ली थी। 2017 में उन्हें विधानसभा का टिकट नहीं मिला था। इस बार रूपाली बीजेपी छोड़ सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।
रूपाली दीक्षित ने इंग्लैंड में कार्डिफ यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। इसके बाद उन्होंने कई बड़ी कंपनियों में नौकरी भी की।
रूपाली दीक्षित ने इंग्लैंड में कार्डिफ यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। इसके बाद उन्होंने कई बड़ी कंपनियों में नौकरी भी की।
2016 में दुबई की एक बड़ी कंपनी में नौकरी छोड़ वह भारत चली आईं और तबसे अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।
2016 में दुबई की एक बड़ी कंपनी में नौकरी छोड़ वह भारत चली आईं और तबसे अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।
रुपाली दीक्षित ने नॉमिनेशन के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि यूपी में जातिवाद बसा है और मुझे जवाब देना है। शायद इसीलिए मैंने पकड़ बनाकर अखिलेश यादव को तीन मिनट में अपना दर्द बताया। 
बकौल रूपाली उन्होंने तीन मिनट में अखिलेश यादव को कन्विंस किया और उन्हें टिकट मिल गया। अब 10 मार्च को पता चलेगा कि क्या रूराली अखिलेश के विश्वास पर खरी उतर पाती हैं या नहीं।
रुपाली दीक्षित ने नॉमिनेशन के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि यूपी में जातिवाद बसा है और मुझे जवाब देना है। शायद इसीलिए मैंने पकड़ बनाकर अखिलेश यादव को तीन मिनट में अपना दर्द बताया। बकौल रूपाली उन्होंने तीन मिनट में अखिलेश यादव को कन्विंस किया और उन्हें टिकट मिल गया। अब 10 मार्च को पता चलेगा कि क्या रूराली अखिलेश के विश्वास पर खरी उतर पाती हैं या नहीं।

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