हिंदी बोले तो बोले कि गंवार है' - कविश सेठ
जैसे कोयल की आवाज़ सबकों पसंद हैं वैसे ही हिंदी भाषा हैं जो अपने मधुर तार से एक दुसरें को जोड़े रखती हैं. लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जो हिंदी बोलने में अपने आप को सहज नहीं पाते हैं. ऐसे ही लोगों के लिए मशहूर सिंगर कविता सेठ के बेटे कविश सेठ ने एक संगीत लाया हैं.
कविश सेठ इन दिनों अपने नए गाने 'हिंदी बोले' को लेकर काफी चर्चा में हैं. उनके इस संगीत को लेकर लोगों में काफी चर्चा हो रही हैं. कविश ने पहली बार अपने अपने यूट्यूब चैनल पर अपना पहला गाना रिलीज किया है और उनका यह पहला गाना सुपरहिट रहा हैं. इस गाने को दर्शकों का खूब प्यार मिला हैं. यूट्यूब पर लगातार इसके व्यू बढ़ते जा रहे हैं और इस गाने को लोग खूब दबा के शेयर कर रहे हैं.
आपकों को बता दे कि कविश का यह गाना आज के समय पर बिलकुल सटीक बैठता हैं. उनका यह संगीत इंग्लिश और हिंदी के बिच में होने वाले भेदभाव पर केन्द्रित हैं. इस गाना का एक अपना अलग ही अनूठा रूप हैं. इस संगीत में दर्शाया गया हैं कि स्कूलों, कॉलेजों और दफ्तरों से लेकर जगह-जगह किस तरह हिंदी बोलने वालों को हीन भावना से देखा जाता है कविश ने अपने गाने के जरिए व्यंग्य किया है.
उन्होंने मीडिया में अपने दिए एक साक्षात्कार में बताया कि यह गाना मेरे अपने अनुभव से बनाया गया हैं. उन्होंने इसके पीछे की कहानी बताते हुए बताया कि साउथ बॉम्बे में स्टार्ट अप्स पर एक एलुम्नाई बुक लॉन्च था... तो वहां किसी ने हिंदी में सवाल कर लिया... हिंदी में क्या सवाल कर लिया तो सब पीछे मुड़कर देखने लगे कि ये कौन है जो हिंदी में बात कर रहा है. माहौल अजीब सा हो गया...' कविश ने आगे कहा, 'मुझे भी सवाल करना था लेकिन मैं बिना सवाल किए वहां से निकल गया... मैंने लोकल ट्रेन पकड़ी... मुझे बहुत गुस्सा और शर्म आ रही थी... फिर मैं दो स्टेशन पहले ही उतर गया और 5 किलोमीटर चलते-चलते ये गाना लिखा. सबसे पहला जुड़ाव का माध्यम होती है भाषा और भाषा पर ही भेदभाव होगा तो कैसे जुड़ेंगे...
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