ये ख़बर भी छापिएगा आज के अख़बार में- डॉ. उर्मिलेश

हिंदुस्तान के प्रसिद्ध राष्ट्रकवि डॉ. #उर्मिलेश का जन्म 6 जुलाई 1951 को बदायूँ के एक क़स्बे इस्लामनगर में जन्म हुआ। पिता पंडित भूपराम शर्मा "भूप" जो पेशे से मुंशी और स्वभाव से कवि थे तो बेटे पर पिता के व्यक्तित्व का प्रभाव पड़ना लाज़मी था। लेकिन पिता के साथ साथ डॉ. उर्मिलेश पर उनके ताऊ जी का भी काफी प्रभाव पड़ा जिससे डॉ. उर्मिलेश के जीवन की नींव से निर्माण तक व्यक्तित्व ने बहुत दृढ़ता पाई... अपनी शिक्षा-दीक्षा पूरी करने के बाद डॉ. उर्मिलेश ने शिक्षण का कार्य किया और बदायूँ के नेहरू मेमोरियल शिवनारायण दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिंदी विभाग के अध्यक्ष पद पर कार्यरत भी रहे।

डॉ. उर्मिलेश के निर्देशन पर 18 शोध छात्रों ने पी.एच. डी. की डिग्री प्राप्त की। उन्हें दो बार अमेरिका से काव्य पाठ का निमंत्रण भी प्राप्त हुआ। दूरदर्शन और विविध चैनलों से भी उनकी रचनाओं का प्रसारण हुआ। उन्हें उपासना पुरस्कार, लोक नायक पुरस्कार, भारती पुरस्कार, दिनकर साहित्य पुरस्कार आदि पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें 1991 में राष्ट्र कवि, कवि-भूषण, आचार्य आदि उपाधियों से अलंकृत किया गया। 16 मई 2005 को बदायूँ में ही उनका निधन हो गया।

आज डॉ. उर्मिलेश के जन्मदिवस पर प्रस्तुत है सी न्यूज़ भारत की ख़ास प्रस्तुति और यही हमारी श्रद्धांजलि है माँ हिंदी के लाडले बेटे डॉ. उर्मिलेश के प्रति...।

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