नहीं देखा होगा मज़ार पर खेलते हुए ऐसी होली !
वारिस की सदाओं के साथ फ़िज़ा में उड़ता है गुलाल...युपी के बाराबंकी ज़िले में स्थित देवा शरीफ दरगाह मात्र एक ऐसी दरगाह है जहाँ होली के दिन सभी धर्मों के लोग मिल कर गुलाब की पंखुड़ियों के साथ रंगों की होली खेलते हैं। काशी, मथुरा,वृन्दावन की होली तो आपने देखी होगी मगर किसी मज़ार पर होली आपने गुलाब और गुलाल की होली नहीं देखी होगी... बाराबंकी के देवा शरीफ में सूफी संत हजरत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर खेली जाने वाली ये अनोखी होली है जो इस मजार पर बड़े धूमधाम से खेली जाती है।
No Previous Comments found.