समाजवादी पार्टी ने फिर मेरठ से बदला प्रत्याशी,अब इनको दिया गया टिकट
लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच प्रचार और नामांकन की प्रक्रिया लगातार जारी है। सत्ता पक्ष को चुनौती देने की रणनीति भी बन रही हैं और साथ ही प्रत्याशियों को लेकर मंथन भी जारी है पर इस मंथन के बीच लगातार प्रत्याशी बदलने की मुहिंम भी चरम पर है। कांग्रेस में भी प्रत्याशी बदले जा रहे हैं तो वहीं सपा भी बदलाव कर कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती..
इसी व्यवस्था की कड़ी में मेरठ से समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 में फिर से प्रत्याशी बदल दिया है। अब मेरठ से अखिलेश यादव ने अतुल प्रधान का टिकट काट कर सुनीता वर्मा को लोकसभा चुनाव का टिकट दिया है और आज सुनीता वर्मा अपना नामांकन दाखिल करेंगी। वहीं योगेश वर्मा लखनऊ के लिए रवाना हो गए हैं। दूसरी ओर अतुल प्रधान का मेरठ से टिकट काटे जाने पर उन्होंने इस्तीफे की पेशकश कर दी है उन्होंने कहा कि यदि मेरा टिकट कटा तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दूंगा। कहा जा रहा है कि वह विधानसभा अध्यक्ष को आज ही इस्तीफा भेज सकते हैं। और ऐसा भी कहा जा रहा है कि अतुल प्रधान समाजवादी पार्टी से भी इस्तीफा दे सकते हैं।
प्रत्याशियों में बार बार बदलाव के कारण अब विपक्ष सत्त्ता पक्ष के निशाने पर आ गया है। बार बार समाजवादी पार्टी में प्रत्याशियों के नाम बदले जाने और टिकट काटे जाने को लेकर जयंत चौधरी ने एक्स पर चुटकी लेते हुए, बोला-विपक्ष में कुछ घंटों के लिए ही लोकसभा प्रत्याशी का टिकट मिलता है और जिनका टिकट नहीं कटा,उनका नसीब..
बता दें कि अतुल प्रधान ने बुधवार को ही पर्चा दाखिल कर दिया था लेकिन सपा में घमासान नहीं थमा। वहीं दावेदार लखनऊ में रुके हुए थे। बुधवार से ही यह चर्चा थी कि नया एलान हो सकता है। फिर वही गुरुवार को मेरठ से सुनीता वर्मा के नाम का एलान कर दिया गया। भानु प्रताप का टिकट काटकर अतुल प्रधान को सोमवार रात टिकट दिया गया था... वहीं अब सपा से सुनीता वर्मा को टिकट दिए जाने के बाद उनके पति योगेश वर्मा ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा कि मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के रूप में सुनीता वर्मा को प्रत्याशी घोषित करने पर शीर्ष नेतृत्व का आभार!
वहीं टिकट काटे जाने के बाद सपा विधायक अतुल प्रधान ने भी एक्स पर एक पोस्ट शेयर की और लिखा कि जो राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का निर्णय है, वो स्वीकार है ! जल्द ही साथियों से बैठकर बात करेंगे ।
अब आने वाले समय में अतुल प्रधान क्या करेंगे क्या वो निर्दलीय ताल ठोकेंगे या सपा से इस्तीफा देकर अपनी नयी पारी की कहीं और शुरआत करना चाहेंगे। पर इतना टिकट बदलना सपा के लिए नुकसान का सौदा हो सकता है। क्योंकि पार्टी में अंदरूनी कलह लोकसभा में पार्टी के प्रदर्शन को भी प्रभावित कर सकती है
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