आखिर अरविन्द केजरीवाल जेल से छूट ही गये
अब हरियाणा विधानसभा चुनाव में अरविन्द केजरीवाल ने कर दिया खेला
आज का दिन आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा महत्वपूर्ण दिन बन गया है क्योंकि आज सुप्रीम कोर्ट ने आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को 10 -10 लाख ले मुचलके और कई शर्तो के साथ जमानत दे दी है। कह जा रहा है आम आदमी पार्टी AAP और केजरीवाल की ही जीत हुई। शराब घोटाले में गिरफ्तार केजरीवाल ईडी और सीबीआई पर ही भारी पड़ गए।
आपको बताते चलें कि बहुचर्चित शराब घोटाले के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कई महीनो से तिहाड़ जेल में बंद हैं और महज 21 दिन के लिए लोकसभा चुनाव के दौरान उनको बाहर आने की छूट मिली थी। उसके बाद 2 जून को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत उन्होंने सरेंडर कर दिया था। उसके बाद से वो तिहाड़ जेल में निरुद्ध थे। हालाँकि अभी जुलाई में भी ईडी के मामले में उनको जमानत मिली थी शराब घोटाले के चलते वो जेल में ही थे पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अरविन्द केजरीवाल को जमानत दे दी अगर आज कानूनी प्रक्रिया पूरी हो गयी तो आज ही अरविन्द केजरीवाल बाहर आ जायेंगे। ये तो रही जमानत की बात पर सबसे महत्वपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट ने उनसे क्या कहा और जमानत की शर्ते क्या क्या हैं।
आपको बता दें कि आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को को 10-10 लाख के दो मुचलकों पर सुप्रीम कोर्ट से बेल मिली है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस केस को लेकर अरविन्द केजरीवाल को कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी न करते हुए मुकदमे में सहयोग करने की शर्त रखी है और अन्य शर्त के तहत अरविन्द केजरीवाल न ही सरकारी ऑफिस जा सकेंगे और न ही किसी दस्ताबेज पर साइन करेंगे। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री को जमानत तो दे दी पर सुप्रीम कोर्ट का ये कहना कि अरविन्द केजरीवाल की गिरफ़्तारी सबूतों के आधार पर और नियमों के तहत थी। कहीं न कहीं आम आदमी पार्टी के लिए परेशान करने वाला है।
आज अरविन्द केजरीवाल बाहर आ जाएंगे और हरियाणा में आम आदमी पार्टी के लिए जोरदार प्रचार की कमान संभाल लेंगे आपको बतातें चले कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी ने किसी से भी साथ गठबंधन न करते हुए सभी 90 विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। जिससे हरियाणा का चुनाव बड़ा दिलचस्प हो चला है क्योंकि अरविन्द केजरीवाल का पुश्तैनी जुड़ाव हरियाणा के हिसार जिले से है। जो आम आदमी पार्टी के लिए सोने पर सुहाग साबित हो सकता है।
No Previous Comments found.