जनपद स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति/जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गयी
आजमगढ़ : 19 जून जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (01 जुलाई से 31 जुलाई 2024 तक) एवं दस्तक अभियान (11 जुलाई से 31 जुलाई तक) के सफल आयोजन हेतु प्रथम जनपद स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति/जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गयी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान हेतु ब्लाक एवं जनपद स्तरीय माइक्रो प्लान तैयार कर सीएमओ को प्रत्येक दशा में 27 जून तक उपलब्ध करा दें। जिलाधिकारी ने मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम, पैकेजिंग ड्रिंक वाटर, मिठाईयां व मिल्क बेस्ड प्रोडक्ट की सैम्पलिंग अभियान चलाकर तत्काल करायें। इसी के साथ ही अस्पतालों व विद्यालयों में संचालित कैन्टिनों में तैयार किये जा रहे खाद्य सामग्रियों की भी सैम्पलिंग करायें एवं सड़कों पर जितने ढ़ाबे खुले हैं, उनके भी खाद्य सामग्रियों की सैम्पलिंग करायें। उन्होने जल जीवन मिशन (ग्रामीण) के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि पानी के श्रोत को वाटर टेस्टिंग किट द्वारा जांच एवं ओवर हेड टैंकों की साफ सफाई के साथ ही पाइप लाईन में हुए लीकेज को भी ठीक करायें। उन्होने सीएमओ को निर्देश दिये कि दस्त रोग के संचरण की सम्भावना को देखते हुए फ्रन्ट लाईन वर्कर्स (आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री) अपने साथ ओआरएस पैकेट व क्लोरीन की गोलियां भी रखेंगे, ताकि कोई लक्षण युक्त व्यक्ति मिलने पर तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
जिलाधिकारी ने समस्त विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि संचारी रोग व दस्तक अभियान को सफल बनाने के लिए आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें। उन्होने नगर विकास विभाग को निर्देश दिये कि नगरीय क्षेत्रों में वातावरणीय तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के उपायों, शुद्ध पेयजल के प्रयोग, मच्छरों के रोकथाम हेतु जागरूकता अभियान संचालित करायें व खुली नालियों को ढ़कने की व्यवस्था, नालियों/कचरों की सफाई व उथले हैण्डपम्पों का प्रयोग रोकने के लिए उसे लाल रंग से चिन्हित करना, हैण्डपम्प के पास अपशिष्ट जल के निकलने हेतु शोकपीट का निर्माण, शहरी क्षेत्र एवं शहरी मलिन बस्तियों के संवदेनशील आबादी समूहों में अपनी गतिविधियों को सक्रिय करें।
उन्होने डीपीआरओ को निर्देश दिये कि जो इण्डिया मार्का 2 हैण्डपम्प खराब हैं, उसका तत्काल मरम्मत करायें एवं निरन्तर क्रियाशील रखें। ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा फण्ड से एण्टी लार्वा के छिड़काव की व्यवस्था करायें एवं जलाशयों व नालियों की नियमित साफ सफाई कराते रहें। उन्होने पशुपालन विभाग को निर्देश दिया कि सूकर पालकों को सूकर बाड़े की साफ सफाई, कीटनाशक छिड़काव एवं मच्छररोधी जाली से ढ़कने हेतु प्रशिक्षित किया जाय।
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों तथा जल जनित रोगों के सम्बन्ध में प्रशिक्षण प्रदान कर संवेदीकरण किया जाय। जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिये कि शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों तथा जल जनित रोगों से बचाव, रोकथाम व उपचार हेतु संवेदीकरण किया जाय, विशेषकर सुरक्षित पीने का पानी, शौचालय का प्रयोग, खुले में शौच के नुकसान पर जोर दें, हर बुखार खतरनाक हो सकता है, बुखार के कारण क्या हैं, बुखार होने पर क्या करें, क्या न करें, विषय पर जागरूक करें।
उन्होने कृषि व सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि खेतों में मच्छर रोधी पौधों को उगायें तथा खेतों में मच्छरों के प्रजनन को रोकने/कम करने हेतु नई तकनीकों के प्रयोग के लिए मदद उपलब्ध करायें व ग्रामीण आबादी क्षेत्रों के निकट शहरों में जल क्षरण की मरम्मत करायें, ताकि मच्छर के प्रजनन के स्थान कम से कम हो सकें। उन्होने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि सार्वजनिक उद्यानों एवं विद्यालयों में मच्छर विकर्षी पौधों का रोपण करायें।
इस अवसर पर सीएमओ डाॅ0 आईएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी श्री संजय कुमार सिंह, समस्त संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारी सहित एमओआईसी उपस्थित रहे।
रिपोर्टर : सी बी भास्कर
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