आखिर देश में कब तक चलता रहेगा धर्मांतरण का खेल ?
यूपी सरकार भरपूर प्रयास कर रही है , कि किसी तरह धर्मांतरण को रोका जा सके .. धर्म की आढ़ में चलने वाले खेल पर अंकुश लगाया जा सके ..मगर अभी इसमें सरकार पूरी तरह से कामयाब होती नहीं दिख रही है .आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं ,जो आपके होश उड़ा देते हैं .. अब धर्म के नाम पर जुर्म का खेल बाराबंकी से सामने आया है . जहां प्रार्थना सभा के बहाने प्रदेश के अलग-अलग जिलों से सैकड़ों लोगों को बुलाकर यहां एक चर्च में इकट्ठा किया गया और भी धर्मांतरण का खेल शुरू किया गया .. और हैरानी की बात ये है कि ये एकदम सीएम योगी की निगरानी वाले बाराबंकी में हुआ ..दरसल उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से सैकड़ों लोगों के धर्मांतरण कराने का सनसनीखेज मामला सामना आया है। दरअसल प्रार्थना सभा के बहाने प्रदेश के अलग-अलग जिलों से सैकड़ों लोगों को बुलाकर यहां एक चर्च में इकट्ठा किया गया था। इन सभी लोगों को रोगों से मुक्ति दिलाने और परेशानियों से छुटकारा दिलाने के नाम पर बरगलाकर यहां बुलाया गया था। वहीं जब इस मामले की जानकारी हिंदू संगठनों को हुई तो सभी मौके पर पहुंच गये और पुलिस-प्रशासन को हिंदूओं को ईसाई बनाने के खेल के बारे में बताया।
धर्मांतरण का यह सनसनीखेज मामला बाराबंकी जिले में देवा कोतवाली के माती चौकी क्षेत्र अंतर्गत सेंट मैथ्यू चर्च का बताया जा रहा है। जहां प्रदेश के अयोध्या, सुल्तानपुर और जगदीशपुर समेत कई जिलों से लगभग 300 लोगों को बुलाकर प्रार्थना सभा के बहाने उनका धर्मांतरण कराने की बात सामने आई है। इन सभी लोगों को रोगों से मुक्ति और परेशानी से छुटकारा दिलाने के नाम पर बरगलाकर यहां लाया गया। वहीं हिंदू संगठनों को जब इस मामले की जानकारी हुई तो वह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को इसके बारे में बताया। जिसके बाद पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारियों समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और कई लोगों को हिरासत में लेकल जांच-पड़ताल कर रही है।
वहीं इस पूरे मामले पर बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक सीएन. सिन्हा ने बताया कि पुलिस-प्रशासन को सेंट मैथ्यू चर्च में धर्मांतरण कराने के बड़े खेल की जानकारी मिली थी। जिस पर पर कई थानों की फोर्स के साथ एसडीएम विजय कुमार त्रिवेदी, सीओ सिटी डॉ. बीनू सिंह, सीओ सदर सुमित त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। सभी लोगों को अंदर रखकर उनकी गिनती की जा रही थी। यहां से कई लोगों को हिरासत में लेकर पूरे मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। जो भी इस मामले में दोषी होगा, उन सभी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
देखा जाए तो इक्कीसवीं सदी में भी धर्मांतरण का राग बहुत कम लोगों को पचेगा लेकिन देश में ये आज भी एक गंभीर समस्या है... अब पढ़े-लिखे मध्यमवर्गीय परिवारों में भी अंतरजातीय विवाह को मान्यता मिलने की घटनाएं सामने आने लगी हैं, तो ऐसे में धर्मांतरण को कोई गंभीरता से नहीं लेता है . मगर ये उतना ही गंभीर मसला है , जितना की देश की सुरक्षा का . आज भी अल्पसंख्यक समुदायों में एक खास वर्ग इसमें दिलचस्पी ले रहा है . धर्मांतरण के नाम पर इस देश में आज भी ऐसा खेल चल रहा है , जो देश को गर्त में ले जा सकता है ..इस देश की संस्कृति सनातनी है , और किसी ने सही कहा है कि किसी देश को काबू में करना हो तो पहले उसकी संस्कृति पर हमला करो, उसे अपने में मिला लो..फिर उसे मिट्टी में मिलाना आसान हो जाता है .. इसी नापाक इरादे से इसी देश में बैठे कुछ लोग ऐसे अपराध कर रहे हैं ..मगर प्रशासन को ऐसे अपराधों पर तुरंत अंकुश लगाने की जरूरत है ..
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