पटरी पर उतरे किसानों का दर्द !
किसानों के आंदोलन का आज तीसरा दिन है , और ये आंदोलन दिन पर दिन और बढ़ता चला जा रहा है , जो देश के लिए चिंता का विषय है , किसानों ने 16 फरवरी को भारत बंद का भी ऐलान किया है और उससे पहले किसानों ने अब रोड पर नही बल्कि पटरियों पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है , किसानों ने आज दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक के लिए ट्रेनो का चक्का जाम किया हुआ है , और इसका असर साफ तौर पर रेलवे को पड़ रहा है , जिसका अंजाम ये है कि कई ट्रेने आंदोलन के कारण लेट है , पंजाब से हरियाणा तक के कई शहरों में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है .
अपनी मांगो को लेकर आंदोलन पर उतरे किसानों का आक्रोश दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है , 13 फरवरी को किसानों ने दिल्ली में कूच करने की बात कही थी , और दिल्ली से लगे सभी बॉर्डरों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई . किलों वाले रास्तों से सीमेंट तक के ढांचो को लगाया गया , लेकिन इन सभी को तोड़ते हुए किसान आगे बढ़ा जिसके बाद आंसु गैस के गोले तक दागे गए . इन सबके बाद भी किसान अभी तक रुके नही है बता दें पंजाब और हरियाणा में किसानों के आंदोलन को देखते हुए हरियाणा के कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई और इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किया गया. लेकिन किसान अब पटरी पर आ चुके है . दरसल अंबाला में पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले और किसानों पर कार्रवाई के विरोध में किसान रेल की पटरियों पर बैठकर विरोध जता रहे हैं. किसानों ने आज दोपहर 12 बजे से लेकर शाम के 4 बजे तक के लिए ट्रेनो का चक्का जाम किया . जिसके बाद रेलवे पर इसका असर साफ तौर पर देखा गया और कई ट्रेने लेट हुई , यहां तक की तीन ट्रेनो को रद्द कर दिया और कई ट्रेनो का रूट डायवर्ट किया गया है. तो वहीं किसान केवल रेलवे ट्रैक ही नही बल्कि टोल नाकों पर भी जमे हुए हैं. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब के तीन जिलों में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई है. वहीं 12 बजे तक के लिए इंटरनेट को बैन कर दिया गया है , बता दें रेलवे ट्रैक पर ये जाम करने का ऐलान पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन उग्रहा ने किया था , रेलवे ट्रैक पर जाम करने का फैसला किसानों द्वारा इसलिए किया गया क्यूंकि प्रशासन द्वार उनको दिल्ली जाने से रोकने के लिए बेजोड़ प्रयास किए जा रहे है ,
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