8 महीने पहले सरकार द्वारा 134 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई थी लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं
भरतपुर : सीएम सिटी में बिजलीघर और हीरादास चौराहे पर फ्लाइओवर निर्माण के लिए 8 महीने पहले सरकार द्वारा 134 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई थी लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अब तक केवल विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के अलावा न तो टेंडर जारी हुआ है और न ही वर्क ऑर्डर दिया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार बिजलीघर चौराहे पर 54.73 करोड़ रुपये की लागत से 0.80 किमी लंबा फ्लाइओवर बनाया जाना था जबकि हीरादास चौराहे पर 79 करोड़ रुपये की लागत से 1.3 किमी लंबा फ्लाइओवर बनाया जाना था। दोनों स्थानों पर भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं है फिर भी कार्य में देरी हो रही है। बिजलीघर और सूरजपोल चौराहों पर भारी ट्रैफिक जाम के कारण स्थानीय लोग रोजाना परेशान हो रहे हैं वहीं हीरादास सर्कल और कुम्हेर गेट पर भी जाम की स्थिति है। फ्लाइओवर निर्माण से इन समस्याओं का समाधान संभव था लेकिन निर्माण कार्य न शुरू होने से राहत मिलती नहीं दिख रही है। अधिकारियों का कहना है कि वित्तीय स्वीकृति प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू होगा हालांकि देरी का कोई ठोस कारण नहीं बताया गया है साथ ही जिस धीमी गति से निर्माण कार्य हो रहा है उस गति से तो आगामी 10 साल में भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सकेगा। प्राप्त जानकारी अनुसार शहर में बिजलीघर और हीरादास चौराहे पर बनने वाले फ्लाईओवर की लंबाई वृद्धि कर दी गई है। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने संशोधित प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए भेज दिया है। बिजलीघर फ्लाईओवर की लंबाई बढ़कर 1.86 किमी हुई। पहले बिजलीघर चौराहे पर 800 मीटर (0.80 किमी) लंबा फ्लाईओवर बनाने की योजना थी जिसकी लागत 54.73 करोड़ रुपये तय की गई थी लेकिन अब यह फ्लाईओवर काली की बगीची से आरबीएम अस्पताल तक 1.86 किमी लंबा बनाया जाएगा। हीरादास चौराहे पर पहले 1.3 किमी लंबा फ्लाईओवर 79 करोड़ रुपये की लागत से बनना था लेकिन अब इसकी लंबाई बढ़ाकर 3.3 किमी कर दी गई है। यह फ्लाईओवर हीरादास चौराहे से शुरू होकर अनाह गेट सर्कल होते हुए कुम्हेर गेट होते हुए रेड क्रॉस सर्कल वाली पर 500 मीटर आगे तक बनाया जाएगा।
रिपोर्टर : रीना
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