CAA पर बवाल , सीएम केजरीवाल पर अमित शाह का प्रहार


भारत में CAA को लागू किया गया है . लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इसे लागू करने के बाद एक विवाद छिड़ गया है...विपक्ष सरकार पर टूट पड़ा है ..कहा जा रहा है कि सरकार ने इसे अभी लागू करके वोटबैंक की राजनीति की है . लगभग सभी विपक्षी नेता , यही कह रहे हैं ... मगर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जो कहा है , उससे उन सभी शरणार्थियों का अपमान हो गया है , जो सालों से देश की धरती पर देश की संस्कृति और देश की परंपरा के साथ जी रहे हैं ... केजरीवाल ने कहा कि हिंदू शरणार्थी की वजह से दिल्ली में चोरी, रेप और अपराध की घटनाएं बढ़ेंगी, जिसका अब मुंह तोड़ जवाब राजनीति के मोटा भाई , यानी कि अमित शाह ने दे दिया है , उन्होंने सीएम केजरीवाल की बोलती बंद कर दी ,और साथ साथ देश को एक टूक में जवाब दे दिया है , चाहे जो कोई कुछ भी कहें , या करे ... CAA का कानून अब वापस नहीं लिया जाएगा ... 

लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के मास्टरस्ट्रोक खत्म होने के नाम नहीं ले रहे हैं . एक के बाद एक ब्रह्मास्त्र सियासी जंग में मोदी सरकार चला रही है...जिस CAA यानी कि नागरिकता संशोधन नियम पर बवाल हुए थे , प्रदर्शन हुए थे.... उसे अब देश में लागू किया गया है .. देश में नागरिकता संशोधन नियम यानी की CAA की अधिसूचना जारी कर दी गई है . CAA के लागू होते ही अब पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, पारसी, ईसाई और जैन समुदाय यानी सभी गैर मुस्लिम समुदाय के लोगों को नागरिकता मिलेगी....लेकिन अब विपक्ष इसे भाजपा की चुनावी जरूरत बता रहा है ..नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को मोदी सरकार पर निशाना था. उन्होंने कहा था कि CAA से देश में चोरी, डकैती और बलात्कार बढ़ेगा.

केजरीवाल के इस बयान के बाद अब हिंदू शरणार्थियों का गुस्सा सांतवे आसमान पर है . उनके बयान के बाद हिंदू शरणार्थी पूरी तरह भड़क गए हैं. हिंदू शरणार्थियों ने केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया है.वहीं केजरीवाल के इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जबरदस्त पलटवार किया है. अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि केजरीवाल अपना आपा खो बैठे हैं. उनका करप्शन एक्सपोज हो चुका है ..उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम को इतनी ही चिंता है तो वह बांग्लादेशी घुसपैठियों की बात क्यों नहीं करते हैं और रोहिंग्या लोगों का विरोध क्यों नहीं करते हैं?

देखा जाए तो जब भी सरकार कुछ नेक सोचकर कदम बढ़ाती है , तो उसमें सबसे पहले अड़ंगा , देश का विपक्ष ही लगाता है .. तथ्यों की पूरी जानकारी ना होने के नुकसान क्या होते हैं , केजरीवाल जी के बयान से समझा जा सकता है..सीएम केजरीवाल का दूसरों सताये गये हिन्दुओं,सिखों के प्रति क्या नजरियां हैं...सब साफ हो चुका है . इस वक्त ये समझ से बाहर है कि क्यों केजरीवाल शरणार्थीं हिंदुओ को चोर लुटेरा हत्यारा और बलात्कारी बता रहे है जबकि यही केजरीवाल रोहिंग्या लोगों की वकालत करते रहे हैं ....इससे क्या ये समझा जाए कि कहीं केजरीवाल हिंदू विरोधी तो नहीं ..... हमें तो लगता है कि जनता को सीएम केजरीवाल से पूछना चाहिए कि क्या आपको पता है , संदेशखाली की महिलाओं का बलात्कारी शाहजहां शेख कहां का रहने वाला है ...रोहिंग्या मुसलमान रिश्ते में आपके क्या लगते हैं .क्या केजरीवाल चाहते हैं कि जैसे  1947 में पाकिस्तान से आये शरणार्थियों को दिल्ली की ठंड में उनके आश्रय स्थलों से निकाल बाहर फेंक दिया था ...वो भाजपा भी करें ... अगर ऐसा है तो उनको खुलकर बोलना चाहिए ... मगर शरणार्थियों को चोर ,, डकैत औऱ बलात्कारी कहना गलत है .केजरीवाल को समझना चाहिए कि वो एक राज्य के मुख्यमंत्री और एक राजनैतिक पार्टी के मुखिया है,,, वो अच्छी तरह जानते है कि इस कानून का लाभ 2014 से पहले भारत आये विस्थापितों को मिलेगा.... फिर भी राजनैतिक लाभ के लिए वो इस तरह के गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं..... 

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