आखिर कौन है भारत के नए सीजीआई जस्टिस संजीव खन्ना?
आखिर कौन है भारत के नए सीजीआई जस्टिस संजीव खन्ना?
शुक्रवार यानि 8 नवंबर 2024 को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपना अंतिम वर्किंग डे खत्म करने वाले अपने तमाम फैसलों के लिए मशहूर भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को 65 साल की उम्र में रिटायर हो गए। और आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित साधारण से समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने जस्टिस संजीव खन्ना को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। और सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठता नियम के अनुसार 51वें मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना 11 नवंबर 2024 से 13 मई 2025 तक यानि 6 महीने तक देश के मुख्य न्यायाधीश यानि सीजेआई के रूप में देश की न्यायपालिका का नेतृत्व करेंगे। आपको बता दें कि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश स्टिस खन्ना के नाम की सिफारिश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने की थी
अब जान लेते हैं कि आखिर कौन है जस्टिस संजीव खन्ना जो भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश बनाये गए हैं।
तो जस्टिस खन्ना के वारे में विस्तार से बताते चलें कि दिल्ली के एक प्रतिष्ठित नामी गिरामी परिवार से नाता रखने वाले जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म दिल्ली में 14 मई 1960 में हुआ था। और कहा जाये तो कानून और न्याय तो उनके पृष्ठभूमि में ही आया हुआ है क्योंकि जस्टिस खन्ना दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस देव राज खन्ना के बेटे और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हंस राज के भतीजे हैं। आपको बता दें कि भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की और 1980 में दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इस उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की पढ़ाई की।
जस्टिस संजीव खन्ना का कानूनी करियर साल 1983 में शुरू हुआ। जब वो दिल्ली बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकित हुए। उन्होंने अपनी वकालत दिल्ली तीस हजारी कोर्ट और बाद में दिल्ली उच्च न्यायालय में की। इस दौरान जस्टिस संजीव खन्ना सार्वजनिक कानून रिट याचिका, प्रत्यक्ष कर अपील, मध्यस्थता, वाणिज्यिक मुकदमे, पर्यावरण कानून, उपभोक्ता अधिकार और कॉर्पोरेट कानून के बड़े बड़े मामलों से रूबरू हुए।
जस्टिस संजीव खन्ना जिन्हें 18 जनवरी 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया गया था। आपको बताते चले कि जनवरी 2019 से सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में कार्यरत न्यायमूर्ति संजीव खन्ना कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे हैं। ईवीएम की पवित्रता और उसके द्वारा ही चुनाव कराने के निर्णय बनाए रखना, चुनावी बॉन्ड योजना को खत्म करना, अनुच्छेद 370 को निरस्त करना और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देना ऐसे तमाम ऐसे मामले रहे जिनमे उनके द्वारा बेहतर विवेक और निष्पक्ष न्याय का उदाहरण पेश करते हुए न्याय का कद बढ़ाया गया।
खैर हमारे देश को उसका 51वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना के रूप में मिल गया है उनकी पृष्ठभूमि और बकील से जज बनने के पीछे के संघर्ष के कारण देश उनसे त्वरित और निष्पक्ष न्याय की उम्मीद करता है और हर देशवासी को उम्मीद भी है कि अपने पहले के कई महत्वपूर्ण निर्णय के कारण चर्चा में रहने वाले देशके 51वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना हर भारतवासी को न्याय दिलाने का काम करेंगे।
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