800 करोड़ के घोटाले पर चुप क्यों हैं सीएम योगी आदित्यनाथ ?
यूपी की राजधानी लखनऊ के धरना स्थल ईको गार्डन में अपनी मांगो को लेकर स्मारक समिति के कर्मचारी 80 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं...दिन पर दिन उनका सब्र जवाब देता जा रहा है और आक्रोश सातवें आसमान पर है...औऱ सीएम योगी हैं कि उनकी पीड़ा सुनने को तैयार नहीं हैं...यहीं कारण है कि स्मारक समिति के कर्मचारियों अब कभी भी विधानसभा और सीएम आवास का घेराव कर सकते हैं...जिसको लेकर कर्मचारी रणनीति तैयार कर रहे हैं...
लखनऊ के धरना स्थल ईको गार्डन में अपनी मांगो को लेकर धरने पर बैठे स्मारक समिति के कर्मचारियों के धरने का आज 80वां दिन है। वहीं अब स्मारक समिति के कर्मचारी कभी भी विधानसभा और सीएम आवास का घेराव कर सकते हैं। इस संबंध में धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कर्मचारी नेता कौशल किशोर आदित्य ने सभी कर्मचारियों को हाई अलर्ट करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले ही हम लोग बड़ी संख्या में विधानसभा अथवा सीएम आवास का घेराव कर अपनी मांगों को मुख्यमंत्री जी के समक्ष रखेंगे। बता दें कि इन कर्मचारियों ने 80 दिन के भीतर धरना स्थल से विधानसभा की ओर कई बार कूँच करने का प्रयास किया था। किंतु हर बार पुलिस प्रशासन द्वारा इको गार्डन गेट के पास सभी को रोक लिया गया था। इस बार कर्मचारियों ने घेराव कार्यक्रम की सधी रणनीति तैयार की है। यह लोग अब धरना स्थल इको गार्डन से निकलने के बजाय अचानक सीएम आवास अथवा विधानसभा अलग-अलग रास्तों से पहुंच सकते हैं। कर्मचारियों की माने तो उस दिन इनकी बड़ी संख्या होगी और महिला कर्मचारियों की भी बड़ी संख्या होगी।
कौशल किशोर आदित्य सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने सभी स्मारक समिति के कर्मचारियों को हाई अलर्ट करते हुए कहा है कि सभी लोग हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। कर्मचारी नेता कौशल किशोर आदित्य ने विभाग के अधिकारियों पर कर्मचारियों के भविष्य निधि का 800 करोड रुपए का घोटाला किया जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम बड़ी संख्या में कर्मचारियों को लेकर मुख्यमंत्री जी के पास जाएंगे और उनसे 800 करोड़ रुपए के घोटाले सहित कर्मचारियों के शोषण और उत्पीड़न की पूरी कहानी बतायेंगे।
No Previous Comments found.