कांग्रेस-RJD की अंतर कलह, क्या भाजपा को हराने के लिए बना इंडिया गठबंधन खत्म?

लोकतंत्र का महापर्व शुरू हो गया है और बीते दिन 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हुआ...जहां 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 102 सीटों के लिए वोटिंग हुई...पहले चरण में 102 सीटों पर करीब 60% मतदान हुआ...वहीं अब दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है, जिसके लेकर सियासी संग्राम जारी है...इसको चुनाव प्रचार भी जारी है...कुछ ऐसा ही माहौल बिहार में भी है, जहां इस बार आरजेडी और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन दोनों दलों के हालिया रवैए से यह सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या दोनों दलों के बीच सबकुछ ठीक चल रहा है या नहीं? इन कयासों की वजह ये है कि तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार में कांग्रेस के कोटे की सीटों से दूरी बनाते दिख रहे हैं...ऐसा क्यों हैं आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में...

बिहार में इस बार लोकसभा चुनाव के वोटों का गणित थोड़ा गड़बड़ दिखा...इस बार बिहार में पहले के मुकाबले कम वोटिंग हुई...बिहार की चार उन्हीं लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान हुआ, जहां 2019 में वोटिंग हुई थी...वहीं अब बिहार में दूसरे चरण में 5 सीटों पर वोटिंग होनी है...इनमें से तीन सीटें इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस के कोटे में हैं, जबकि दो सीटें लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशियों की है...हैरानी की बात यह है कि बिहार के इंडिया गठबंधन के सबसे बड़े चेहरे यानी पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अभी तक कांग्रेस के किसी भी प्रत्याशी के लिए प्रचार ही नहीं किया है...तेजस्वी यादव के पिछले 14 दिनों के लोकसभा चुनाव प्रचार कैंपेन पर नजर डालें तो उन्होंने इस दौरान 46 जनसभाएं की हैं लेकिन इनमें से एक भी सभा उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए नहीं की, जो इस सवाल को पुख्ता कर रही है कि क्या इंडिया गठबंधन के बीच बिहार में नई रार छिड़ गई है? दिलचस्प बात यह भी है कि पहले चरण की चार सीटों पर आरजेडी के प्रत्याशी चुनाव में उतरे थे, लेकिन कांग्रेस के किसी भी नेता ने उस दौरान चुनाव प्रचार नहीं किया था...वहीं कांग्रेस के कोटे की सीटों पर वोटिंग का सिलसिला दूसरे फेज में शुरू हो रहा है...दूसरे फेज में कांग्रेस की तीन सीटें हैं और ऐसे में पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे किशनगंज और कटिहार में रैली करने आए थे लेकिन उनकी रैली में तेजस्वी यादव नहीं दिखाई दिए थे...ऐसे में तेजस्वी का उसमें शामिल न होना स्पष्ट संकेत दे रहा है कि गठबंधन के घटक दल के बीच कुछ भी सामान्य नहीं है...

गौरतलब है कि आज राहुल गांधी का बिहार का दौरा है...राहुल भागलपुर में एक बड़ी रैली कर रहे हैं..., जहां दूसरे चरण में वोटिंग होनी है...ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राहुल की इस रैली में तेजस्वी राहुल गांधी के साथ दिखेएंगे या नहीं...क्योंकि इससे पहले राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव आखिरी बार नजर आए थे...बिहार से ही इंडिया गठबंधन की शुरुआत हुई थी, लेकिन कयास यह लगने लगे हैं कि क्या ये कांग्रेस और आरजेडी के बीच टकराव की स्थिति है, जबकि अभी पहले फेज का ही मतदान कंप्लीट हुआ है...यहीं यही स्थिति रही तो आने वाले चुनाव में इंडिया गठबंधन का क्या होगा, जो मोदी को हराने के लिए बनाया गया है...

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