केवल चीनी ही नहीं नमक भी है डायबिटीज के लिए हानिकारक
लोग अक्सर यही कहते हैं की अधिक चीनी डायबिटीज में नुकसानदे हो सकती है. वही डॉक्टर्स भी डायबिटीज में चीनी का सेवन करने के लिए माना करते हैं. डायबिटीज के पेशेंट को बहुत सी चीजों के लिए परहेज करने को बोला जाता है. डायबिटीज का लेवल सामान्य बना रहे इसके लिए उन्हें कई तरह की चीजें खाने को मन कर दिया जाता है. आलू ,चीनी, चावल जैसी कई सारी चीजें खाने से माना कर दिया जाता है. लेकिन अगर मैं आपसे ये कहूं की डायबिटीज में नमक खाने से भी दिक्कत हो सकती है. आइये जानते हैं कैसे
शरीर स्वस्थ ढंग से काम करे, इसके लिए नमक और चीनी दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. नमक एक ऐसा खनिज पदार्थ है, जो द्रव के स्तर और एसिड बेस बैलेंस को बनाए रखने, तंत्रिका आवेगों को संचालित करने और मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है. वहीं, चीनी कार्बोहाइड्रेट का एक रूप है और हमारे दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के लिए ऊर्जा का एक बहुत अच्छा स्रोत है. इसमें कोई शक नहीं कि अधिक नमक और अधिक चीनी का सेवन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है. लेकिन, अपने आहार में नमक और चीनी की अनुशंसित मात्रा को शामिल करना ठीक है. आपको यह जानने की जरूरत है कि कितनी मात्रा में सेवन करना सुरक्षित है. लोग अक्सर इस बात से अनजान होते हैं कि वे अपनी दिनचर्या में कितनी मात्रा में नमक और चीनी का सेवन कर रहे हैं. क्योंकि अक्सर वे अन्य खाद्य पदार्थों जैसे प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और प्रिजर्वेटिव खाद्य पदार्थ में इस्तेमाल हुए नमक या चीनी की गणना भूल जाते हैं.
नमक से बढ़ता है इन बीमारियों का भी रिस्क
तुलाने यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में प्रोफेसर, प्रमुख लेखक डॉ. लू क्यूई ने कहा,"हम यह जानते ही हैं कि नमककासेवन कम मात्रा में किया जाए तो इससे हार्ट से जुड़ी बीमारियों और हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है. वहीं, इस नयी स्टडी के अनुसार अधिक नमक खाने से इन बीमारियों और हेल्थ प्रॉब्लम्स का भी रिस्क बढ़ सकता है
क्या है नई स्टडी
जर्नल मेयो क्लिनिक प्रोसीडिंग्स में पब्लिश स्टडी में 400,000 से ज्यादा वयस्कों के रोजाना की खाने की आदतें का अध्ययन किया गया. उन सभी के नमक खाने के तरीकों पर भी अध्ययन किया गया. औसतन 11.8 सालों के फॉलोअप में करीब 13 हजार लोगों में टाइप 2 डायबिटीज के मामले देखने को मिला है. कम नमक खाने वालों की तुलना में हमेशा नमक खाने वालों में टाइप 2 डायबिटीज होने का रिस्क 39 प्रतिशत तक पाया गया.
No Previous Comments found.