हेल्थ पॉइंट में प्रदेश के जाने माने डेंटिस्ट डॉ आर ए चौधरी से खास बातचीत

हेल्थ पॉइंट में प्रदेश के जाने माने डेंटिस्ट डॉ आर ए चौधरी  से खास बातचीत

दांत एक मानव शरीर का एक ऐसा भाग जिसको कोई भी दरकिनार नहीं कर सकता और मानव सौन्दर्य की बात हो या फिर मानव शरीर में भोजन को आहार नाली तक चबाकर पहुँचाने में ये सब व्यवस्था दाँतों के बिना संभव नहीं। पर कई बार हम शरीर के अन्य अंगो की अपेक्षा दाँतो पर ज्यादा ध्यान नहीं देते केवल ब्रश करना ही इसकी देखभाल समझते हैं पर आज के युग में महत्व ब्रश करके ही दाँतों को नहीं संभाल सकते जिससे अब दाँतो  की तमाम समस्याएं सामने आ रहीं हैं। उनमे से एक समस्या आम है और वो है दाँतो में डेंटल कैरीज़ या दाँतों में कीड़ा या दाँतों की सड़न और जिसके लिए डेंटिस्ट आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी किया प्रयोग करते हैं। इसी तकनीक से डेंटल कैरीज़ या दाँतों में कीड़ा या दाँतों की सड़न आदि समस्याओं का निदान किया जाता है 

और इसी समस्या यानि डेंटल कैरीज़ या दाँतों में कीड़ा लगने के कारण और इसके उपचार आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी पर हम प्रदेश के जाने माने डेंटिस्ट और चौधरी डेंटल क्लिनिक के डायरेक्टर डॉ आर ए चौधरी से ख़ास बात की जो लखनऊ में डेंटल समस्याओं के लिए मरीजों की पहली पसंद है। 

क्या होती है आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी

इस बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश के जाने माने डेंटिस्ट और चौधरी डेंटल क्लिनिक के डायरेक्टर डॉ आर ए चौधरी ने कहा कि दोनों समय ब्रश न करने या दाँतो की सही देखभाल न होने के कारण दाँतों में कैरीज़ या  कीड़े की समस्या हो जाती है जिसके कारण दाँतों की सड़न, मवाद और दाँतो में दर्द के साथ कैविटी आदि दिक्कतें हो जाती है। अमूनन डेंटिस्ट इस समस्या का समाधान दाँतों की सफाई करके कर देतें हैं पर जब दाँतों में इन्फेक्शन यानि कीड़ा दांत की नस तक पहुँच जाता है तो तकलीफ ज्यादा होती है और ध्यान न देने की स्थिति में उस दांत को उखाड़कर नए दांत को इम्प्लांट किया जाता है या फिर प्रचलित  उसी दाँत को साफ करके उसमे फिलिंग करके ठीक कर दिया जाता है। जिसे हम आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी कहते हैं। 


क्या आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी का कोई विकल्प भी होता है? 

इस सवाल पर जानकारी देते हुए चौधरी डेंटल क्लिनिक के डायरेक्टर डॉ आर ए चौधरी ने बताया कि हम कोशिश करते हैं कि दांतो में कैरीज़ या कीड़ा लगने पर सामान्य सफाई और दवा के माध्यम जिनमे कुछ विशेष मेडीसिनल टूथपेस्ट भी आते हैं से ठीक कर सकते हैं। पर जब कीड़ा दांत की नस तक पहुँच जाता है। तो आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी ही उपयोगी साबित होती है। हाँ पर आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी के बाद दाँत में मेटल कैप जरूर लगवानी चाहिए नहीं तो दाँत फ्रैक्चर होने या टूटने का खतरा बना रहता है।  

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कैसे मालूम होगा कि दांतों में कैरीज़ या कीड़ा लग चुका है और इसका उपचार जरुरी है?

इस सवाल पर जानकारी देते हुए चौधरी डेंटल क्लिनिक के डायरेक्टर डॉ आर ए चौधरी ने कहा कि दांतो में धब्बे पड़ जाना खाना खाते समय दर्द होना और दांत में गड्ढा महसूस होने लगे तो आओ समझ जाइये कि आपके दाँत में कैरीज़ या कीड़ा लग चुका है और इसका उपचार जरुरी है नहीं तो समस्या बढ़ने पर आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी और दर्द ज्यादा होने पर दांत भी उखाड़ना पड़ सकता है। 


दाँतों में कैरीज़ या कीड़ा न लग सके इसके उपाय क्या हैं?

इस सवाल पर जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के जाने माने डेंटिस्ट डॉ आर ए चौधरी ने कहा कि दोनों समय टूथब्रश करना आपको तमाम दांत की समस्याओं से बचा सकता है पर ब्रश बहुत हार्ड यानि कठोर नहीं होना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है साथ ही सबको कम से कम साल में एक बार किसी भी डेंटिस्ट को अपने दांतों की जांच करवाते रहना चाहिए। इस सवाल पर और अधिक जानकारी देते हुए  डॉ आर ए चौधरी ने कहा कि कम से कम दोनों समय यानि सुबह और रात को खाना खाने के बाद दो मिनट ब्रश जरूर करना चाहिए और हाँ टूथपेस्ट जेल फॉर्म में होना चाहिए टूथ पाउडर नुकसान करता है और अगर आपको ठंडा या गर्म लगता है तो आप मेडिसिनल टूथपेस्ट जैसे सेंसोडाइन, आरए थर्मोसील आदि का उपयोग करके दांतो को सुरक्षित रखा जा सकता है।  


दांतों को सुरक्षित रखने के क्या उपाय हैं?

इस पर बताते हुए डॉ आर ए चौधरी ने कहा कि हमको ज्यादा ठंडा या ज्यादा गरम खाद्य पदार्थो का उपयोग नहीं करना चाहिए जब खाद्य पदार्थ सामान्य अवस्था में तभी उसका उपयोग करें। साथ ही कोल्ड ड्रिंक का उपयोग कम से कम करें जिससे दांत जल्दी खराब न हो  

कहते हैं कि सरसों का तेल और नमक मिलाकर करने से दाँत ठीक रहते हैं

इस पर बोलते हुए डॉ आर ए चौधरी ने कहा कि ये केवल एक भ्रान्ति है कि सरसों का तेल और नमक को मिलाकर करने से दाँत पर रगड़ने से दाँत ठीक रहते हैं साफ़ हो जातें है । जबकि सच्चाई ये है  कि ऐसा कुछ भी नहीं होता कि सरसों का तेल और नमक से मसाज करने से दाँतों को नहीं मसूड़ों को लाभ होता है जबकि लगातार नमक का उपयोग आपके दाँतो को कमजोर भी कर सकता है।

सी न्यूज़ भारत के माध्यम से जनता को क्या सलाह देंगे?

प्रदेश के जाने माने डेंटिस्ट और चौधरी डेंटल क्लिनिक के डायरेक्टर डॉ आर ए चौधरी ने कहा कि दाँत मानव शरीर का महत्वपूर्ण अंग है इसका ख्याल रखना जरुरी है। अमूनन लोग दांतो की उपेक्षा करते हैं तो उपेक्षा नहीं करनी है बल्कि दांतों का ख्याल रखना है। दांतो को कैरीज़ या  कीड़े की समस्या से बचा कर रखना है और कोई भी समस्या होने पर तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करना है और साल में एक बार अपना डेंटल चेकअप जरूर कराएं जिससे आप भविष्य की किसी अन्य दांत की समस्या से पीड़ित नहीं होंगे। दोनों समय सुबह और रात ब्रश जरूर करें। और रही बात आरसीटी (RCT) रुट कैनाल थेरेपी की तो हम (RCT) एक बार में ही यानि आपको बार बार आने की जरुरत नहीं पड़ेगी अमूनन कुछ डेंटिस्ट कई बार में (RCT) की प्रकिया पूरी करते हैं। पर हम यानि  हमारे चिकित्सा संस्थान यानि चौधरी डेंटल क्लिनिक पर एक बार में और बहुत क़म कीमत पर करते हैं। 

अगर आप किसी भी दाँत की समस्या से परेशान है

तो आपको बिना किसी  संकोच के चौधरी डेंटल क्लिनिक, प्रसिद्ध गुलाचीन मंदिर के सामने , विकास नगर, लखनऊ में आकर अपनी समस्या का निदान कराएं। अपनी समस्या के निदान हेतु आप इस मोबाइल नंबर -9415022943 पर सीधे संपर्क कर सकते हैं 

 

  

  

 

 

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