डॉ श्रेया कौशिक से दाँतों में प्लाक के उपचार पर ख़ास बातचीत
डॉ श्रेया कौशिक से दाँतों में प्लाक के उपचार पर ख़ास बातचीत
मानव शरीर में दांत एक ऐसा अंग है जिसकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है अब बात चाहे चेहरे की सुंदरता की हो या खाने को चबाने की। सभी की इच्छा होती है कि उनके दाँत स्वस्थ स्वच्छ और सुन्दर हो जो उनकी ख़ूबसूरती में चार चाँद लगा दे। पर हम शरीर के अन्य अंगो की अपेक्षा दाँतो पर ज्यादा ध्यान नहीं देते केवल ब्रश करना ही इसकी देखभाल समझते हैं पर आज के युग में महत्व ब्रश करके ही दाँतों को नहीं संभाल सकते जिससे अब दाँतो की तमाम समस्याएं सामने आ रहीं हैं। उनमे से एक समस्या आम है और वो है दाँतो में प्लाक और कैलकुलस की समस्या और इस महत्वपूर्ण विषय पर हमने प्रदेश की मशहूर डेंटिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और दी क्रिसेंट एस्थेटिक्स क्लिनिक की डायरेक्टर डॉ श्रेया कौशिक से ख़ास बातचीत की।
प्लाक और कैलकुलस होता क्या है?
इस पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए प्रदेश की मशहूर डेंटिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और दी क्रिसेंट एस्थेटिक्स क्लिनिक की डायरेक्टर डॉ श्रेया कौशिक ने कहा कि प्लाक एक चिपचिपी पारदर्शी परत है जो आपके दांतों पर बनती है। इसमें सुक्रोज नामक टूटी हुई शर्करा और एनारोबिक, ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया होते हैं जो हमेशा हमारे मुंह में मौजूद रहते हैं। ज़्यादातर समय, प्लाक मसूड़ों की रेखा के आसपास और आपके दांतों के बीच विकसित होता है। अगर इसका इलाज न किया जाए, तो प्लाक डेंटल कैलकुलस में बदल सकता है, जिसे डेंटल टार्टर भी कहा जाता है। कुल मिलाकर इसको दाँतो का दीमक भी कह सकते हैं जो धीरे धीरे आपके दाँतों को ख़राब करता जाता है।
अब जानेंगे प्लाक होने के कारण क्या क्या हैं?
इस पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए प्रदेश की मशहूर डेंटिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और दी क्रिसेंट एस्थेटिक्स क्लिनिक की डायरेक्टर डॉ श्रेया कौशिक ने कहा कि जब इंसान सामान्य भोजन या अन्य खाद्य पदार्थ को खाता है। कैंडी और केक जैसे मीठे खाद्य पदार्थ, सोडा, मीठी चाय और मीठी कॉफी जैसे मीठे पेय,ब्रेड, पास्ता और आलू के चिप्स जैसे खाद्य पदार्थ, जब ये खाद्य पदार्थ आपके मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया के साथ मिल जाते हैं, तो प्लाक विकसित हो जाता है। और जब प्लाक को ध्यान नहीं दिया जाता तो यही प्लाक आगे बढ़कर कैलकुलस का रूप धारण कर लेता है जो दाँतो के लिए और जयादा नुक्सानदेह है।
अब जान लेते हैं कि प्लाक का समाधान और बचने के उपाय क्या क्या हैं?
इस पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए प्रदेश की मशहूर डेंटिस्ट, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और दी क्रिसेंट एस्थेटिक्स क्लिनिक की डायरेक्टर डॉ श्रेया कौशिक ने कहा कि प्लाक और कैलकुलस हटाने के लिए बेहतर तरीके से आपको रोज दांतो को साफ़ करना होगा और आपको दाँतों की किसी डेंटिस्ट के पास जाकर सफाई करानी होगी। प्लाक और कैलकुलस आम तौर पर बिना डेंटिस्ट की मशीन के द्वारा ही साफ़ होते हैं हालांकि ये भ्रांतियां भी हैं कि दाँतो की मशीन की सफाई से दाँत कमजोर हो जाते हैं। और दांतो में सेंसिटिविटी शुरू हो जाती है यानि दांतो को ठंडा गर्म लगने लगता है और दाँत कमजोर होकर हिलने लगते हैं। ऐसा कुछ भी दांतो की सफाई के बाद नहीं होता। बस आपको अपने दांतों में प्लाक या कैलकुलस होने पर डेंटिस्ट के पास जाकर सफाई करानी होगी।
और अगर आपको प्लाक से अपने दांतो को बचाना है तो दोनों समय टूथब्रश करना आपको तमाम दांत की समस्याओं से बचा सकता है पर ब्रश बहुत हार्ड यानि कठोर नहीं होना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है साथ ही सबको कम से कम साल में एक बार किसी भी डेंटिस्ट को अपने दांतों की जांच करवाते रहना चाहिए। कम से कम दोनों समय यानि सुबह और रात को खाना खाने के बाद दो मिनट ब्रश जरूर करना चाहिए और हाँ टूथपेस्ट जेल फॉर्म में होना चाहिए टूथ पाउडर नुकसान करता है और अगर आपको ठंडा या गर्म लगता है तो आप मेडिसिनल टूथपेस्ट जैसे सेंसोडाइन, आरए थर्मोसील आदि का उपयोग करके दांतो को सुरक्षित रखा जा सकता है। और रात को माउथवाश का उपयोग करना आपको दांतों की तमाम समस्याओं सुरक्षित रखेगा
मशहूर डेंटिस्ट और कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ श्रेया कौशिक से किसी भी तरह की स्किन, दांतों और बालों की समस्या के लिए संपर्क करें
DR SHREYA KAUSHIK
THE CRESCENT AESTHETICS
ADDRESS- 12/256, SECTOR-12, VIKAS NAGAR, LUCKNOW
MOBILE NO. -- 7024967106
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