रेल रोक कर किसानों ने किया प्रदर्शन

अपनी मांगो को लेकर देश में किसान लगातार आंदोलन कर रहें है , और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहें है , आज किसानों के दोबारा से शुरू हुए इस आंदोलन को 1 महिना होने वाला है , सरकार के साथ किसानो की मीटिंग भी हो चुकी है , लेकिन अब तक कोई नतीजा न निकलने से किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है ,वहीं आज किसानों ने रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया , जिसके परिणामस्वरूप आज चंडीगढ़ जाने वाली नौ ट्रेनें रद्द . हो गई तो वहीं शताब्दी तीन घंटे की देरी से चली. 

 

एमएसपी सहित अपनी अन्य मांगो को लेकर किसीन महिने भर से आंदोलन कर रहें है , और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रहें है , जिसका असर पंजाब पर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है , पंजाब में आज किसानों ने रेल रोको आंदोलन करके एक बार फिर सरकार की नींदो को उड़ा दिया बता दें पंजाब में किसानो ने रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया . जिसके बाद   पंजाब में कई स्थानों पर किसान ट्रैक पर डटे हैं.  उधर, रेलवे स्टेशन और आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई है.  जानकारी के मुताबिक अंबाला में रेल रोको आंदोलन के लिए किसान नहीं पहुंचे. पुलिस की मुस्तैदी के बीच अंबाला-दिल्ली रेल सेक्शन व सहारनपुर सेक्शन  पर भी किसान नही पहुंच पाए . इस ट्रैक पर अधिकतर ट्रेन बंद के बावजूद चलती रहीं और यात्रियों को राहत मिली. लेकिन फिर भी  आधा दर्जन ट्रेनों को रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से अंबाला कैंट स्टेशन समेत बराड़ा, यमुनानगर, जगाधरी स्टेशनों पर रोका गया . तो वहीं  उधर, पंजाब में अंबाला मंडल के अधीन 22 रेलवे मार्गों पर किसानों ने धरना प्रदर्शन किया. जहां   पंजाब व चंडीगढ़ की तरफ जाने वाली नौ यात्री ट्रेन  रद्द हो गई . इस दौरान चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी को भी तीन घंटे की देरी से शाम चार बजे के बाद दिल्ली रवाना किया गया. 

 

किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन आजाद और सिद्धूपुरा ने सुनाम रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम किया. जहां भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद और सिद्धूपुरा के नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है. और राज्य सरकार भी किसानों के प्रति गंभीर नहीं है.  नेताओं ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांगों को लागू नहीं करेगी, यह संघर्ष चलता रहेगा. किसान नेता जसविंदर सिंह लोंगोवाल, जसवीर सिंह मेदेवास और रण सिंह चट्ठा ने कहा कि किसानों के साथ दुश्मन की तरह व्यवहार को सहन नहीं किया जा सकता है। केंद्र व हरियाणा सरकार ने किसानों पर अत्याचार किए हैं.

  

मालगाड़ी  के इंजन पर चढ़े किसान  

शंभू टोल के पास रेलवे ट्रैक पर किसानों ने मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ने का प्रयास किया लेकिन  पुलिस ने उन्हें रोका और किसान नेताओं को समझा कर पीछे किया.  उधर, ऐलनाबाद में किसानों व पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई. इसके बाद पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया. 38 किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया . 

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