फिटनेस फ्रीक वाले हो जाए सावधान..जिम इक्विपमेंट पर हो सकते हैं 300 गुना तक बैक्टीरिया..

BY CHANCHAL RASTOGI....

 

सोशल मिडिया और जिम दोनों एक सिक्के के दो पहलु हैं. जहाँ आजकल तमाम लोग सोशल मिडिया पर फिटनेस फ्रीक बनने के लिए जिम ज्वाइन करते हैं. जिससे वो लोगो को एक अच्छी लाइफस्टाइल दर्शा सके.मगर आप क्या ये जानते हैं की जिम में इस्तेमाल हो रहे हैं इंस्ट्रूमेंट्स में एक टॉयलेट सीट के बराबर बैक्टीरिया होते हैं? जिम में वर्कआउट करने रोजाना बड़ी संख्या में लोग जाते हैं. एक नए शोध में पता चला है कि जिम के इक्विपमेंट में टॉयलेट सीट से 362 गुना ज्यादा बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो बेहद खतरनाक हो सकते हैं.

हालकी हमारे घर-दफ्तर ही नहीं हर जगह हमारा सामना कीटाणुओं (Germs) से होता है. घर के स्विच बोर्ड, डोर हैंडल, वॉशबेसिन,पोछे के कपड़े, तकिए, तौलिए, कंघी, घर के कोने, टीवी या एसी, पानी की बोतल, फ्रिज, सोफे, फर्श, सीढ़ियों, बालकनी, टेलीफोन तक में बैक्टीरिया छुपे हैं.
सबसे ज्यादा बैक्टीरिया टॉयलेट सीट पर पाया जाता है. हालांकि, एक नई स्टडी में जिम जाने वालों को सावधान किया गया है. इस स्टडी में बताया गया है कि जिम में इस्तेमाल होने वाले डंबल जैसे इक्विपमेंट पर टॉयलेट सीट की तुलना में 362 गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं. 

 

जिम-बैक्टीरिया से हो सकता हैं खतरा!!

 

स्टडी में बताया गया कि ग्राम-पॉजिटिव कोक्सी जैसे बैक्टीरिया, जिम जाने वालों में स्किन इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं. एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी ग्राम-नेगेटिव रॉड्स ट्रेडमिल, एक्सरसाइज बाइक और फ्री वेट पर पाए गए थे. खास तौर पर फ्री वेट में टॉयलेट सीट की तुलना में 362 गुना अधिक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जबकि ट्रेडमिल में पब्लिक बाथरूम के नल की तुलना में 74 गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं
अध्ययन में इस बात पर जोर डाला गया है कि कई लोगों द्वारा बार-बार इस्तेमाल किए जाने के कारण जिम उपकरणों पर बैक्टीरिया पनपते हैं. कई जिमों में कीटाणुनाशक वाइप्स उपलब्ध कराने के बावजूद, इसे यूज करने वाले अक्सर उपयोग से पहले और बाद में इक्विपमेंट को साफ करने में लापरवाही करते हैं.

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