हरदा का भयंकर विस्फोट , 25 किलोमीटर दूर तक मिले मानव अंग
मध्य प्रदेश के हरदा में मंगलवार को भयंकर विस्फोट हुआ , ये धमाका हुआ एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट इतना भयंकर हुआ कि 300 लोगों की जान खतरें में आ गई जो वहां काम करते थे , यही नही 11 लोग इसमें मारे भी गए ,और 174 लोग घायल भी हो गए . इस हादसे की वजह से पांच किलोमीटर के इलाक़े में मकानों की खिड़कियों के कांच टूट-टूट कर गिरने लगे. लोगों ने बताया कि पहले फैक्ट्री में आग लगी और फिर वहां बारूद के स्टॉक में विस्फोट हुए. और एक के बाद एक कई विस्फोट हुए और पूरा इलाक़ा लोगों की चीख-पुकार में समा गया.विस्फोट की आवाज लगभग 25-30 किलोमीटर तक सुनाई दी. एक चश्मदीद के मुताबिक़ सड़कों पर मानव अंग बिखरे पड़े थे और फैक्ट्री के आसपास खड़ी गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए थे.
हरदा मध्य प्रदेश में मंगलवार को हुए धमाके ने देश भर में सनसनी फैला दी . दरसल हरदा में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट हुआ जिसकी आवाज 25 से 30 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी यहां तक घटना स्थल से पांच किलोमीटर की दूरी पर बने घरों के शीशे टूट गए . इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई 174 लोग घायल हो गए . सड़को पर मानव अंग को गाडियों के परखचें पड़ें मिलें , लेकिन ये हादसा हुआ कैसे दरसल फैक्ट्री में बारूद का काफी स्टॉक था , यहीं नही 2022 में भी हरदा के लोगों ने इस फैक्ट्री में बारूद के अवैध भंडारण और सेफ्टी के मानक पूरा न होने को लेकर जिला प्रशासन से शिकायत करी थी जिसके बाद 26 सितंबर 2022 को ये फैक्ट्री सील कर दि गई थी . फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल ने इस आदेश के विरोध में कमिश्नर माल सिंह बहेड़िया से अपील की इसके बाद उसे स्टे मिल गया. वहीं हादसा होने के बाद फैक्ट्री मालिक ने भागने की भी कोशिश लेकिन पुलिस ने पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल को रायगढ़ के सारनपुर से गिरफ़्तार कर लिया है. इस विस्फोट की वजह से हालात इतने गंभीर हो गए कि राज्य सरकार ने घटनास्थल के आसपास से लोगों को निकालने के लिए सेना से हेलिकॉप्टर मुहैया कराने को कहा है. लेकिन फैक्ट्री में आग कैसे लगी ये अभी भी जांच का विषय बना हुआ है
हादसे के बाद सरकार ने लिया बड़ा फैसला
हादसे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव घायलों की स्तिथि देखने के लिए भोपाल के हमीदिया अस्पताल पहुंचे उन्होंने कहा कि घायलों के इलाज का पूरा इंतज़ाम किया गया है. अब तक हादसे में 11 लोग मारे गए हैं. प्रशासन बचाव कार्य में लगा हुआ है.इंदौर, भोपाल के अस्पतालों और एम्स भोपाल की बर्न यूनिटों में इमरजेंसी के लिए जल्द से जल्द इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं. इंदौर और भोपाल से दमकल गाड़ियां भी हरदा के लिए तुरंत रवाना कर दी गई थीं. साथ ही मोहन यादवे ने मरने वालों के परिजनों को चार चार लाख रूपय मुआवजा देने की भी बात कही है .
पीएम मोदी ने जताया शोक
वहीं हादसे के बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुरूमु से लेकर कई राजनेताओं ने शोक जताया . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में मरने वालों के परिवार के लिए दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हज़ार रुपये की सहायता राशि देने का एलान किया है. साथ ही साथ विपक्ष ने इस हादसे की निषपक्ष जांच की मांग भी कि है.
No Previous Comments found.