चौपारण प्रखण्ड में संघ के द्वारा बिस्तारक योजना और स्वामी जी के जन्मदिन का मनाया गया उत्सव
बरही : चौपारण प्रखंड के बहेरा पंचायत में खंड कार्यवाह विवेकानंद विवेक के नेतृत्व में संघ एकत्रीकरण एवं स्वामी विवेकानंद जयंती मनाया गया इस कार्यक्रम में जिला सह शारीरिक प्रमुख प्रभु राणा जी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय संत, दार्शनिक और राष्ट्रवादी थे। वह एक आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्होंने भारत में ही नहीं विदेशों तक राष्ट्रीय चेतना और भारतीय संस्कृति को पहुंचाया और युवाओं को प्रोत्साहित किया। अमेरिका स्थित शिकागो में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया। उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आज हम यहां एक ऐसे महान व्यक्तित्व को स्मरण करने और उनके विचारों से प्रेरणा लेने के लिए एकत्र हुए हैं, जिनके जीवन ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को नई दिशा प्रदान की। जिला बौद्धिक टोली सदस्य अमित सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की, जिनकी जयंती को हम राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं।
स्वामी विवेकानंद का परिचय स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ। उनके बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। विवेकानंद जी ने अपने गुरु, रामकृष्ण परमहंस से आध्यात्मिक शिक्षा प्राप्त की और वे मानवता की सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य मानते थे। उन्होंने 1893 में शिकागो के विश्व धर्म महासभा में अपने ऐतिहासिक भाषण से भारत और हिंदू धर्म की गरिमा को विश्व स्तर पर स्थापित किया।
जिला सह सामाजिक समरसता प्रमुख शंकर सुमन ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था,"उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।यह शब्द हर उस व्यक्ति के लिए एक आह्वान है, जो अपने जीवन में बड़े सपने देखता है। युवाओं को उन्होंने विशेष रूप से प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपनी ऊर्जा और क्षमता को पहचानें। उनका मानना था कि यदि युवा अपने उद्देश्य के प्रति समर्पित हो जाएं, तो वे समाज और राष्ट्र की तस्वीर बदल सकते हैं।
युवाओं के लिए संदेश स्वामी विवेकानंद कहते थे,"तुम्हें अंदर से बाहर की ओर विकसित होना होगा। कोई तुम्हें सिखा नहीं सकता, कोई तुम्हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुम्हारी आत्मा के भीतर सब कुछ है।"तो आइए, हम अपने भीतर छिपी हुई ऊर्जा और शक्ति को पहचानें।अपने सपनों का पीछा करें।समाज और राष्ट्र की भलाई के लिए अपने कौशल का उपयोग करें।
और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलकर एक ऐसे भारत का निर्माण करें, जो विश्व का नेतृत्व कर सके और इसके साथ साथ संघ का शताब्दी वर्ष अक्टूबर 2025 में संघ का 100 साल होने वाला है इसके लिए गांव गांव में सभी सनातनियों को संघ से जोड़ने और एक जुट करने का काम किया जा रहा है इसके लिए 5 जनवरी से 12 जनवरी तक पूरे देश में संघ का विस्तारक योजना चलाया जा रहा है। मौके पर बौद्धिक प्रमुख राजकुमार सिंह,खंड शारीरिक प्रमुख कुलदीप पांडे , खंड संपर्क प्रमुख अविनाश मिश्रा, छोटू मिश्रा ,खंड सामाजिक समरसता प्रमुख रामसेवक राणा,अंकित सिंह, गुरुदेव जी, सतेंद्र जी,मुन्ना केशरी जी,चंदन दांगी, जगदीश कुमार,बिहिप प्रखंड मंत्री मुनेश्वर गुप्ता, ब्रह्मदेव साव,प्रकाश, संतोष और कई स्वंम सेवक।
रिपोर्टर : अमित सिंह
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