हवन यज्ञ व भंडारे के साथ हुआ श्रीमद भागवत कथा का समापन
झांसी : ग्राम पंचायत पठाकरका बड़ी माता मंदिर प्रांगण में चल रही भागवत कथा समापन हो गई। कथा के समापन के हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। भागवत कथा का आयोजन कमेटी सदस्यो द्वारा कथा का आयोजन किया गया था प्रवक्ता रामजीवन पस्तोर ने 7 दिन तक की कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा सुनाई उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। भंडारे के दिन विधिविधान से पूजा अर्चना करवाई। दोपहर तक हवन हुआ इसके बाद भंडारा कराया गया। इसमें यजमान उमेश विश्वकर्मा वा उनकी धर्म पत्नी और कमेटी के सदस्यो द्वारा हवन में आहुति डाली। पूजन के बाद भंडारा किया गया इसी बीच कमेटी सदस्य एवं श्रद्धालु आनंद विरथरे,रज्जू बिरथरे,बल्ले शर्मा,कैलाश नारायण,व्यापार मंडल अध्यक्ष धर्मेश सोनी,सुरेंद्र सिंह,जितेंद्र सिंह,हजारी सेठ, बंटी सिंह,ग्राम प्रधान डॉक्टर जगदीश प्रसाद, पूर्व प्रधान नाथूराम कुशवाहा,देवेंद्र साहू,दशरथ पाल,मुन्नू पाल,श्याम लाल पाल, रामचरन पाल,उत्तम कुशवाहा,पुष्पेंद्र कुशवाहा,दुर्गेश कुशवाहा,सुरेंद्र कुशवाहा, आदि लोग मौजूद रहे ।
रिपोर्टर : धीरेंद्र सोनी
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