श्रीराम कथा में छठवें दिन हुआ केवट संवाद का वर्णन
झांसी। श्री पठलेश्वर महादेव मंदिर नगरा में श्री रामराजा सरकार सेवा समिति के तत्वावधान में चल रही श्री राम कथा के छठवें दिन की कथा का बखान करते हुए कोलकाता से पधारे कथा व्यास शंभू शरण लाटा द्वारा श्री राम वनवास एवं केवट प्रसंग की संस्कारों एवं भक्ति पूर्ण प्रसंग से परिपूर्ण कथा के प्रस्तुतिकरण से श्रोता भक्ति रस सराबोर हो गए। केवट संवाद सुनाकर अटल भक्ति का चित्रण किया।
कथा के पूर्व मुख्य यजमान श्रीमती ममता सत्य प्रकाश शर्मा द्वारा विधि विधान से पूजन अर्चन एवं महा आरती कर कथा का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात कथा का शुभारंभ करते हुए कथा व्यास शंभू शरण लाटा ने श्री राम वनवास की कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य के दुखों का कारण जो उसे मिला उसमें वह संतुष्ट नहीं यही दुख का कारण है भगवान ने हाथों को अच्छाई दी तो विचार नीचे ना रखो ।मंदबुद्धि दूसरों के सुखों में दुखी हो जाते हैं ।विधि का विधान निश्चित होता है। प्रभु का विधान निश्चित होता है ।श्री राम वनवास विधि की योजना थी लेकिन कलंक उसके माध्यमों को लगा। सत्य तुम्हारी जितनी रक्षा करेगा संसार में उतनी कोई नहीं कर सकता हम दूसरों की उलझन को सुलझाने में सक्षम है अपनी उलझने नहीं सुलझती हैं। श्री राम जी से सीखो समाज के लिए श्री राम का चरित्र संपूर्ण सदा चरण शिक्षा है।माता पुत्रवती वही जिसका पुत्र भगवान का भक्त हो ,पुत्र वही जो कुल का उद्धार कर दे, किए कर्मों का फल भुगतना ही पड़ता है । पापों का फल भी भुगतना होता है वह कभी निष्फल नहीं होता है। उन्होंने कहा आज समाज में बढ़ती विकृतियों और कुसंस्कारों के लिए राम कथा की अति आवश्यकता है।शास्त्रों की बातें मानो, पाखंड से कुछ नहीं होगा ।उन्होंने श्री राम वनवास के अत्यंत मार्मिक प्रसंगों का वर्णन कर लोगों को भाव विभोर कर शोकाकुल कर दिया। इस अवसर पर शंकर लाल थापक, दीपक सोनी, हरिमोहन सोनी, मुकेश ठेकेदार, मनीष सोनी, अखिलेश गुप्ता, केशव शर्मा, प्रतीक शर्मा, प्रमोद राय आदि उपस्थित रहे। कथा के सातवें दिन रविवार सीता हरण एवं शबरी प्रसंग की कथा सुनाई जाएगी।
रिपोर्टर अंकित साहू
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