सड़क किनारे वेस्ट मैटेरियर फेंकने वालों पर होगी कार्यवाही,वसूला जाएगा जुर्माना-सीडीओ

झांसी: आज विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति/जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक आयोजित हुई। मुख्य विकास अधिकारी जुनेद अहमद ने बैठक में उपस्थित अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सडक़ किनारे सॉलिड वेस्ट को न फेंका जाए और न ही डम्प किया जाए। यह एनजीटी के आदेशानुसार पूर्णत: प्रतिबंधित है, यदि सड़क किनारे सॉलिड वेस्ट मैटेरियल पाया जाता है तो उल्लंघनकर्ताओं पर जुर्माना लगाते हुए वसूले जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने प्रापर होर्डिंग और बैनर के माध्यम से प्रचार-प्रसार न कराने पर नगर निगम, झाँसी विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग एवं खनन विभाग को निर्देशित किया कि जल्द-से-जल्द प्रचार प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाए ताकि उल्लंघनकर्ताओं पर प्रभावी कार्यवाही करते जुर्माना वसूला जा सके।मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त करते हुए क्षमता संवर्धन को बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीवेज ट्रीटमेंट हेतु समस्त अधिशासी अधिकारी अपने क्षेत्र में बनाए गए तालाबों की जानकारी लेते हुए डब्ल्यू0एस0पी0 कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि तालाबों में गंदा पानी कतई न भरा जाए। उन्होने निर्देश देते हुए कहा की टाइट फंड के माध्यम से जल्द डीपीआर तैयार करें ताकि पानी को (फ़िल्टर) साफ करके तालाबों में भरा जा सके। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने ताकीद करते हुए समस्त अधिशासी अधिकारियों से कहा की किसी भी दशा में नदियों में नालों का गंदा पानी न जाए, इसे गंभीरता से सुनिश्चित किया जाए, यह राष्ट्रीय हरित अधिकरण के स्पष्ट निर्देश हैं। जिनका अनुपालन किया जाना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। बैठक में नगर पालिका परिषद मऊरानीपुर एवं नगर पंचायत टोड़ी फतेहपुर के अंतर्गत सुखनई नदी में गिरने वाले नालों पर संबंधित अधिशासी अधिकारियों से जल निगम द्वारा एस0टी0पी0 बनाए जाने की डी0पी0आर0 की जानकारी ली और गंदा पानी अथवा कचरा नदी में ना जाए को रोकने के लिए जाल लगाये गये हैं की भी सूचना एवं स्थानों की सूचना उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने निकायवार डंपिंग ग्राउंड की भी जानकारी।
मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक में मासिक समीक्षा करते हुए अधिशासी अधिकारी बड़ागाँव एवं मोंठ को निर्देश दिए की कम्पोस्टिंग प्लांट का कार्य शीघ्र पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्टोन क्रशर संचालकों द्वारा धूल के नियंत्रण हेतु स्टोन क्रशर में स्मॉग गन स्थापित किये जाने के भी निर्देश दिए ताकि प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सके। 
जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने क्षेत्र में अंत्येष्टि स्थल का सत्यापन कराए जाने के अतिरिक्त गांव में सॉलिड वेस्ट के निस्तारण की भी जानकारी उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने डीपीआरओ को नदी के घाटों के सौंदर्यीकरण के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लोग घाटों का भ्रमण कर सकें। उन्होंने घाटों पर सप्ताहिक अथवा प्रतिदिन  गंगा आरती की भी जानकारी प्राप्त की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने स्पष्ट शब्दों में निर्देशित किया कि नगर पालिका, नगर पंचायत एवं नगर निगम में जो भी होटल, विवाह घर, रेस्त्रां यदि सॉलिड वेस्ट जनरेट करते हैं तो उसका निस्तारण भी उन्हीं के माध्यम से किया जाना सुनिश्चित किया जाए और यदि नहीं किया जाता है तो जुर्माना लगाया जाना सुनिश्चित करें।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी जे0बी0 शेण्डे ने संचालन करते हुए प्रत्येक बिंदु पर की गई कार्यवाही की जानकारी दी।
इस अवसर पर अधिशासी अभियंता बेतवा योगेश कुमार, एसीएमओ डा0 महेन्द्र कुमार सहित समस्त निकायों के अधिशासी अधिकारी व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे ।
 
रिपोर्टर अंकित साहू

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