आदमी को चाहिए की वह जूझे, परिस्तिथियों से लड़े, एक स्वप्न टूटे तो दूसरा गढ़े

झांसी: आज जिलाध्यक्ष हेमन्त परिहार के नेतृत्व में पूरे देश में चल रहे अटल जन्म शताब्दी वर्ष के क्रम में स्मृति संयोजन एवं सम्मान कार्यक्रम के अंतर्गत आज जनसंघ के समय से भारतीय जनता पार्टी को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाने वाले आदरणीय डा.एल के पालीवाल एवं सूरज सक्सेना को उनके निवास स्थान जाकर सम्मान किया एवं उनका आशीर्वाद लिया तथा अटल बिहारी  के झांसी दौरे के संस्मरण सुने
डा.पालीवाल ने अटल बिहारी  के सरल व्यक्तित्व एवं आत्मीय भाव को प्रकट करते हुए बताया की सन 1972 में जब वे झांसी आये तो हम उनको ताँगे द्वारा स्टेशन से बड़ागाँव गेट तक लाए और उस दौरान ही उन्होनें पूरे झांसी की परिस्तिथि पर चर्चा कर ली, द्वारका सेठ के यहाँ नाश्ता हुआ फिर बैठक हुई और हरदास बुकसेलर  के यहाँ भोजन किया। स्टेशन वापिस छोडने गये तो ट्रेन आने में देरी होने के कारण वे टूटे हुए खपरैल के नीचे बैठ गये और उन्हे देखकर वहाँ भीड़ एकत्रित हो गयी तथा वे सभी से गपशप करने लगे।
सूरज सक्सेना  भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे उन्होनें बताया की वह कई बार अटल जी से मिले जे.पी आन्दोलन के चलते अटल बिहारी नैनी जेल में बन्द थे और वहाँ उनके भाई जेल डॉक्टर के रूप में तैनात थे तो प्रतिदिन मुलाकात होती थी और अटल बिहारी हमेशा देश की प्रगति की ही बात करते थे।
अटल बिहारी की सरलता का व्याख्यान करते हुए उन्होनें बताया की एक बार उनकी मिनर्वा चौराहे पर जनसभा होनी थी वे सर्किट हाऊस रुके हुए थे और जब कार आने में देरी हुई तो सबको साथ लेकर पैदल ही चल दिए जिससे की सभा समय पर प्रारंभ हो सके। जिलाध्यक्ष हेमन्त परिहार ने कहा की आज हम सभी जिस पेड़ की छाया में कार्य कर रहे हैं वह पौधा आप लोगों ने लगाया था तथा हम इसको सींचने का कार्य सदैव करते रहेंगे।।
इस दौरान कार्यक्रम संयोजक जिला उपाध्यक्ष संजीव तिवारी,पार्षद द्वय लखन कुशवाहा, पंकज झा, पूर्व पार्षद सुजीत तिवारी,दिगन्त चतुर्वेदी, विशाल ठाकुर,शिवा यादव,सोनू ठाकुर,कमल शर्मा,मनीष शर्मा,आदर्श राय उपस्तिथ रहे।।
अन्त में सभी के प्रति आभार कार्यक्रम संयोजक जिला उपाध्यक्ष संजीव तिवारी ने व्यक्त किया।
 
रिपोर्टर अंकित साहू

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