जनपद में सभी प्रकार के बिक्री केंद्रों पर उर्वरक उपलब्ध-जिला कृषि अधिकारी

कुशीनगर :  जिला कृषि अधिकारी डा० मेनका ने बताया कि वर्तमान समय में रबी की फसलों में दलहन, तिलहन के साथ गेहूँ की बुवाई का कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिस हेतु  किसान भाईयों द्वारा इस समय तेजी से की जा रही बुवाई कार्य में उर्वरकों की भारी मांग है। जिस के लिए इस जनपद में विभिन्न फास्फेटिक उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। वर्तमान में जनपद में निजी क्षेत्र में यूरिया 18555.00 मी०टन, डी०ए०पी० 2222.00 मी०टन, एन०पी०के० 2514.00 मी०टन, तथा सहकारीता क्षेत्र में यूरिया 8766.00 मी०टन, डी०ए०पी० 1178.00 मी०टन, एन०पी०के० (20:20:0:13). 430.00 मी०टन, प्राप्त हुई है। जिसकी उपलब्धता के उर्वरक विक्री केन्द्रों पर सुनिश्चित की गयी है। दिनांक 26-11- 2024 को आई०पी०एल० कम्पनी जनपद को 961.00 मी०टन डी०ए०पी० उर्वरक प्राप्त हुई थी जिसको जिलाधिकारी  के आदेश से 480.500 मी०टन सहकारिता क्षेत्र को तथा 480.500 मी० टन निजी क्षेत्र को प्राप्त करा दिया गया है। इसी क्रम में आज पी०पी०एल० की डी०ए०पी० उर्वरक की 690.00 मी० टन की रैंक प्राप्त हुई है, जिसमे से 350.00 मी०टन सहकारिता क्षेत्र को तथा 340.00 मी०टन निजी क्षेत्र को प्राप्त हो गया है। इसी क्रम में सहकारिता क्षेत्र में भी कृभको कम्पनी  से कुल 1300.00 मी०टन, डी०ए०पी० लगभग दो से तीन दिन में जनपद में प्राप्त हो जायेगी। जनपद में सभी प्रकार के बिक्री केन्द्रो पर उर्वरक उपलब्ध है। उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता तथा अवैध परागमन रोकने के उद्देश्य से जनपद से सटे अंतर्राज्यीय सीमाओं पर निरंतर चौकसी हेतु राजस्व, पुलिस एवं कृषि विभाग के संयुक्त सचल दस्तों द्वारा सीमाओं पर निरन्तर निगरानी किया जा रहा है तथा विभागीय पोर्टल पर उर्वरको के उपलब्धता एवं वितरण की सतत निगरानी एवं अनुश्रवण किया जा रहा है।  जिला कृषि अधिकारी ने किसान भाईयो से अपील किया है कि अपनी आवश्यकतानुसार जोत बही/खतौनी के अनुसार अपने नजदीकी निजी / सहकारी क्षेत्र के उर्वरक प्रतिष्ठान से पी०ओ०एस० मशीन के माध्यम से आधार कार्ड से उर्वरक प्राप्त करें। साथ ही उर्वरक क्रय करने में किसी प्रकार की समस्या हेतु कन्ट्रोल रूम के टेलीफोन नम्बर 8317015135 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है। जिसका निस्तारण तत्कालिक रूप से किया जायेगा।

 

 

रिपोर्टर  : सुरेन्द्र प्रसाद गोंड

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