हरियाणा में लगी धारा 144 , किसानों को रोकने का मास्टर प्लान

किसान और सरकार की बीच की तनातनी में एक बार फिर से देश का माहौल गर्मा चुका है , जैसा कि हम सभी जानते है कि एक बार फिर किसान अपनी मांगो को लेकर सड़को पर उतर चुके है यहां तक किसानों ने 16 फरवरी को भारत बंद का भी ऐलान कर दिया है. किसानो कि इस ऐलान के बाद से दिल्ली से लेकर हरियाणा तक में सुरक्षा बढ़ा दी गई है बता दें हरियाणा में सरकार ने सात जिलो के अंदर धारा 144 लागू कर दी है . साथ ही साथ इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है. 


अपनी मांगो को लेकर किसानों ने अपने आंदोलन की एक बार फिर से शुरूआत कर दी है. बता दें किसान 2021 में हुए समझौते और वादों को याद दिलाने के लिए दोबारा से आंदोलन करने को मजबूर है ,सोमवार को किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया था , जिसके बाद दिल्ली के बॉर्डरो को सील कर दिया गया था . और चप्पे -चप्पे पर पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया था , लेकिन बैरिकेड्स को तोडते हुए किसानों ने अपने कदम आगे बढ़ाए जिसके बाद आँसु गैस के गोले तक छोडे गए . ताकि किसान पीछे हो लेकिन ऐसा नही हुआ बल्कि हालात और खराब हो चुके है , जिसके बाद . यूपी-हरियाणा से किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए  बॉर्डरो पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है.वहीं हरियाणा सरकार ने राज्य के सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ-साथ सरकार की तरफ से बड़ी संख्या में SMS भेजने पर भी पाबंदी लगा दी गई है और 15 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है.एक आधिकारिक आदेश के बाद अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क SMS और सभी डोंगल सेवाएं 15 फरवरी तक निलंबित रहेंगी. तो वहीं दिल्ली की बात करें तो दिल्ली से लगी सभी सीमाओं पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है और बैरिकेडिंग की मजबूत व्यव्सथा कि गई है. दिल्ली के टिकरी बॉर्डर और सिंधु बॉर्डर पर सुरक्षा के पुखता  इंतजाम  है. गाड़ियों की आवाजाही रोकने के लिए दोनों  सड़क को सीमेंट के बेरिकेट लगाकर चुनवा दिया गया है. सिर्फ एक आदमी के आवाजाही के लिए जगह छोड़ी गई है. यानी दिल्ली से बहादुरगढ़, झज्जर रोहतक जाने वाली सड़क को पूरी तरह से बंद. इमरजेंसी वाहनों के लिए भी कोई रास्ता नहीं रखा गया है.

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