माइग्रेन के लिए ये योगासन रामबाण इलाज है .....

#Life_save: योग तन और मन को स्वस्थ बनाए रखने का बेहतरीन साधन है. वहीं इसकी मदद से शरीर की कई समस्या ओं को दूर करने में मदद मिलती है. यही वजह है कि आज आम से लेकर खास तक हर कोई अपनी दिनचर्या में योग को शामिल कर रहा है. योगा न केवल वजन कम करने और खुद को फिट रखने वाला व्यायाम भर ही नहीं बल्किै यह एक प्राचीन कला भी है। यह आधुनिक विज्ञान के साथ संतों के ज्ञान को जोड़ती है और हमें स्वाैस्य्एक  लाभ पहुंचाती है। योग में ना सिर्फ आसन ही शामिल है बल्कि् मुद्राएं भी अपना अहम किरदार निभाती हैं. इन योग मुद्राओ से आप कई प्रकार के स्‍वास्य् क  लाभ उठा सकते हैं। हर योग मुद्रा विशिष्ट है जिनका रोज सही प्रकार से अभ्यास करना चाहिये। हर योग मुद्रा में एक गहरा रहस्या छुपा हुआ है। अगर आप इन मुद्राओं को नियमित रूप से करेगें तो, आपके शरीर में वायु बनने की बीमारी भी दूर हो जाएगी।

माइग्रेन से राहत दिलाने वाले योग के 8 आसन इन योग मुद्राओं को अकेले शांति में बैठ कर करनी चाहिये। हर योग मुद्रा को करने का अपना अलग समय होता है। आइये देखते हैं इन बेसिक योग मुद्राओं से शरीर को होने वाले स्वापस्य्हो  लाभ।

ज्ञान मुद्राः

यह मुद्रा ज्ञान और ध्यान के लिये जानी जाती है। यह मुद्रा सुबह के समय पद्मासन में बैठ कर करनी चाहिये। इससे ध्यान केंद्रित करने, अनिद्रा दूर करने तथा गुस्से को कंट्रोल करने में सहायता मिलती है।

वायु मुद्राः

यह मुद्रा शरीर में वायु को नियंत्रित करने के लिये की जानी चाहिये। यह मुद्रा बैठ कर, खडे़ हो कर या फिर लेट कर दिन में किसी भी समय कर सकते हैं। यह पेट में गैस की समस्या को दूर करती है।

अग्नीर मुद्राः 

यह मुद्रा शरीर में अग्नी तत्व को नियंत्रित करने के लिये की जाती है। यह सुबह के समय खाली पेट करनी चाहिये। यह वजन घटाने और पाचन ठीक रखने के लिये अच्छी होती है।

वरून मुद्राः यह शरीर में जल तत्व को नियंत्रित करने के लिये होती है। इस मुद्रा को कर के आपका चेहरा सुंदर दिख सकता है। इससे चेहरा चमकदार और चेहरे में नमी बरकरार रहेगी।

प्राण मुद्राः यह जिंदगी से जुड़ी मुद्रा होती है, जिसे दिन में कभी भी कर सकते हैं। इस मुद्रा से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढेगी, आंखे तेज होंगी और शरीर की थकान मिटेगी।

पृथ्वीो मुद्राः यह मुद्रा शरीर में खून के दौरे को ठीक रखता है और साथ ही यह हड्डियों को और मासपेशियों में मजबूती लाता है।

शून्य मुद्राः यह मुद्रा खासतौर पर आपके कानों के लिये महत्वपूर्ण है। इससे आपके कानों का दर्द ठीक हो सकता है। और उम्र बढ़ने की वजह से कम सुनाई देने की बीमारी भी ठीक हो सकती है।

सूर्या मुद्राः यह मुद्रा सुबह के समय किया जाना चाहिये, जिससे सूर्य की उर्जा आपके शरीर में समा सके।

लिंग मुद्राः यह मुद्रा पुरुषों के लिये अच्छी मानी जाती है। यह पुरुष के शरीर को गर्म रखती है और कामवासना को बढाती है

अपान मुद्राः यह मुद्रा बहुमुखी है जो कि हर किसी को लाभ पहुंचाती है। यह मुद्रा शरीर में जहरीले द्रव्यु से छुटकारा दिलाती है। यह मुद्रा मूत्र संबन्धि समस्या को दूर करती है और पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाती है।

हो सकता है आप बड़े बिजनेसेस और इंटरप्राइजेज को मैनेज करते हों। योग इम्पोर्टेन्ट है क्योंकि ये आपको खुद को मैनेज करना सीखाता है। ये आपकी बॉडी में कम्प्लेट बॅलेन्स लाता है और उसे हेल्दी बनाता है..

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