किसके खाते में जाऐंगी मिल्कीपुर सीट, अवधेश बोले-भाजपा जमानत नहीं बचा पाऐगी।

Adarsh kanoujia

अयोध्या की मिल्कीपुर(सुरक्षित) विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आज सुबह से ही मतदान जारी है। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में 414 बूथों पर सुबह से मतदान हो रहा है। EVM में आज 10 उम्मीदवारों की किस्मत कैद हो जाएगी नतीजे 8 फरवरी को आऐंगे।

इस बीच अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा-मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा अपनी जमानत नहीं बचा पाएगी। यह चुनाव मिल्कीपुर की जनता और भाजपा के बीच है। सीएम योगी को जनता पर भरोसा नही है। ये अधिकारियों के सहारे दबाव डालकर चुनाव जीतना चाहते है लेकिन इनके ये सब हथकंडे काम नहीं आयेंगे।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक तस्वीर शेयर करते हुए X पर लिखा- कि चुनाव आयोग तुरंत इस समाचार से जुड़ी तस्वीरों का संज्ञान ले कि अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है, जिसमें पुलिस के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। ये अप्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं में भय उत्पन्न करके मतदान को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे लोगों को तुंरत हटाया जाए और दंडात्मक कार्रवाई की जाए। वहीं, पुलिस ने अखिलेश के आरोप को भ्रमक बताते हुए खारिज कर दिया।

मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में 414 बूथों पर मतदान हो रहा है शांतिपूर्ण चुनाव के लेए प्रत्येक बूथ पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। पूरे विधानसभा क्षेत्र को 17 क्लस्टर में बांटा गया है। प्रत्येक क्लस्टर पर एक निरीक्षक समेत 6-7 पुलिसकर्मि तैनात है। कमिश्र्नर गौरव दयाल ने  उपचुनाव पर कहा व्यवस्थाऐं अच्छी है। हर जगह जांच की जा रही है। हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की कोशिश में है।

मिल्कीपुर उपचुनाव 2025 के लिए ये है प्रत्याशी

1.अजीत प्रसाद (समाजवादी पार्टी), साईकिल
2.चन्द्रभानु पासवान (भाजपा), कमल
3.संतोष कुमार (आजाद समाज पार्टी (काशीराम)),केतली
4.राम नरेश चौधरी ( मौलिक अधिकार पार्टी), आटोरिक्शा
5.सुनीता (राष्ट्रीय जनवादी पार्टी(सोसलिस्ट)),आरी 
6.निर्दलीय अरविंद कुमार, हाथ गाड़ी
7.कंचनलता, घंटी
8. भोलानाथ, अंगूठी,(कांग्रेस बागी)
9.वेदप्रकाश, फुटबॉल खिलाड़ी
10.संजय पासी, कैमरा

लेकिन राजनैतिक विषलेशकों की माने तो इस सीट पर सीधा मुकाबला सपा और भाजपा के प्रत्याशियों के बीच देखा जा सकता है।

क्यों खाली हुई थी यह सीट-

पिछले साल 2024 में हुए लोक सभा चुनाव में अवधेश प्रसाद के अयोध्या से सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। आप को बता दें की पहले अवधेश प्रसाद मुल्कीपुर सीट से विधायक थे। उन्होंने भाजपा के बाबा गोरखनाथ को हराया था।

क्यों महत्वपूर्ण है यह सीट-

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव मे  भाजपा को मिली हार के बाद से यह सीट महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान राम मंदिर को एक बड़ा मुद्दा बनाया था। पार्टी ने कई रैलियों में राम मंदिर के नाम पर जनता से वोट अपील की थी। वहीं समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के एक नेता के संविधान को लेकर विवादित बयान का मुद्दा बनाया था। ऐसा अनुमान था कि यह सीट भाजपा के खाते में ही जायेगी लेकिन नतीजे इसके उलट आने से यह सीट चर्चाओं में आई।

सीट जीतकर क्या संदेश देना चाहती है पार्टियां-

समाजवादी पार्टी यह सीट जीतकर यह संदेश देना चाहती है कि प्रदेश की भाजपा सरकार बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर फेल साबित हुई है। वही, भाजपा सरकार यह सीट जीतकर जनता को यह संदेश देना चाहेगी कि देश मे राम मंदिर निर्माण का मुद्दा अभी भी बरकरार है।

इस सीट के लिए पार्टियों ने क्यो उतारे पासी समुदाय के प्रत्याशी-

समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद इस सीट के लिए प्रत्याशी बनाया है इसके जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने दलित समुदाय से आने वाले चन्द्रभानु पासवान को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं समिकरण को देखते हुए आजाद समाज पार्टी(काशीराम)  ने भी अपना प्रत्याशी दलित समुदाय से आने वाले संतोष कुमार को बनाया है।

दरअसल, मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए यहां कुल आबादी 3 लाख 58 हजार है। माना जाता है कि यहां सबसे अधिक अनुसूचित जाति और दूसरे नंबर पर पिछड़े वर्ग के लोग रहते है।  यहां अनुसूचित जाति वर्ग में पासी समाज और ओबीसी में यादव   सबसे प्रभावी है।  

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