सुबह की शुरुआत करें योगासन से और पेट को रखे साफ !

गट हेल्थ यानी पेट स्वास्थ हमारे शरीर की ओवरऑल हेल्थ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.यह हमारे पाचन तंत्र, इम्यून सिस्टम, और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता हैं. जब हमारा पेट स्वस्थ होता हैं, तो हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता हैं. असंतुलित आहार का सेवन करना ,शरीर में पानी की मात्रा में कमी होना, स्ट्रेस और फिजिकल एक्टिविटी में कमी होना. यह पेट की समस्याओं का मुख्य कारण हो सकता हैं.लेकिन क्या आप जानते हैं, इन समस्याओं को योगासनों द्वारा खत्म किया जा सकता हैं. आपको बता दे की ,योगासन पेट समस्याओं के लिए एक प्रभावी इलाज हो सकता हैं. योगआसन हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं, पेट की सफाई करते हैं, और हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं.गट हेल्थ हमारे शरीर की ओवरऑल हेल्थ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, और योगासन पेट समस्याओं के लिए एक प्रभावी इलाज हो सकता हैं. हमें अपनी गट हेल्थ को सुधारने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए और योगासनों का अभ्यास करना चाहिए. 

वज्रासन:
पाचन तंत्र को मजबूत बनाने का एक प्रभावी तरीका हैं .वज्रासन एक प्राचीन योगासन हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और डाइजेशन में सुधार करने में मदद करता हैं. इस आसन को करने से आपका पाचन तंत्र स्वस्थ रहता हैं और आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. वज्रासन मानसिक शांति और तनावमुक्ति में मदद करता हैं.वज्रासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता हैं और मेरुदंड को सीधा रखता हैं.वही वज्रासन को सही करने का सही समय खाने के बाद करना सबसे अच्छा होता हैं, क्योंकि इससे पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलती हैं.आप इसे सुबह या शाम कभी  भी कर सकते हैं.सावधानी की बात करे तो ,वज्रासन करने से पहले यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरुर ले , गर्भवती महिलाओं और हृदय रोगियों को वज्रासन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.

वज्रासन करने की विधि: 
1. वज्रासन करते वक़्त अपने घुटनों को मोड़कर एड़ियों के बल बैठ जाएं.
2. वज्रासन करते वक़्त अपने रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें.
3. वज्रासन करते समय अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखें.
4. वज्रासन करते वक़्त  गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सांस छोड़ें.

भुजंगासन:
भुजंगासन गट हेल्थ के लिए एक शक्तिशाली योगासन हैं.भुजंगासन एक प्राचीन योगासन हैं, जो गट हेल्थ के लिए अत्यंत फायदेमंद हैं. यह आसन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता हैं, पेट की समस्याओं को दूर करता हैं, और स्वास्थ्य में सुधार करता हैं.भुजंगासन पेट की सफाई में मदद करता हैं और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता हैं.वही भुजंगासन करने की सही समय की बात करे तो भुजंगासन को सुबह या शाम को करना सबसे अच्छा होता हैं. आप इसे अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं.वही अगर सावधानी की बात करे तो भुजंगासन करने से पहले यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या हैं तो , अपने डॉक्टर से परामर्श जरुर ले , गर्भवती महिलाओं और हृदय रोगियों को भुजंगासन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.

भुजंगासन करने की विधि:
1. भुजंगासन करते वक़्त पेट के बल लेट जाएं.
2. भुजंगासन करते वक़्त अपने हाथों को कंधों के पास रखें.
3. भुजंगासन करते वक़्त धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाने की कोशिश करें.
4. भुजंगासन करते वक़्त अपने सर्वांग को सीधा रखें.
5. भुजंगासन करते वक़्त गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सांस छोड़ें.
6. भुजंगासन करते वक़्त इस स्थिति में 5-10 सेकंड तक रहें.
7.भुजंगासन करते वक़्त  धीरे-धीरे अपने शरीर को नीचे लाएं.

त्रिकोणासन: 
त्रिकोणासन डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाने का एक शक्तिशाली योगासन त्रिकोणासन एक प्राचीन योगासन हैं, जो डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता हैं.यह आसन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता हैं, कब्ज की समस्या को दूर करता हैं, और स्वास्थ्य में सुधार करता हैं.

त्रिकोणासन करने की विधि:
1.  त्रिकोणासन करते वक़्त सीधे खड़े होकर अपने पैर फैलाएं.
2.  त्रिकोणासन करते वक़्त अपने दोनों हाथों को फैलाकर एक हाथ से अपना पैर छुएं.
3.  त्रिकोणासन करते वक़्त अपने रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें.
4.  त्रिकोणासन करते वक़्त गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सांस छोड़ें.
5.  त्रिकोणासन करते वक़्त इस स्थिति में 5-10 सेकंड तक रहें.
6.  त्रिकोणासन करते वक़्त धीरे-धीरे अपने शरीर को सीधा करें.

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