जानिए म्यूजिक कैसे रखता है हमारे मेंटल हेल्थ को स्ट्रॉंग

संगीत का व्यक्ति के मूड और दिमाग पर गहरा प्रभाव पड़ता है. ये न सिर्फ मनोरंजन ब्लकि मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए एक थेरेपी की तरह काम करता है. म्यूजिक स्ट्रेस कम करने में मददगार साबित हो सकता है. बता दें कि, इंटरनेशनल म्यूजिक डे हर साल21जून को मनाया जाता है. संगीत सभी को एक साथ जोड़ता है. संगीत के कई प्रकार हैं, जिनमें शास्त्रीय, पॉप, रॉक, और लोक संगीत शामिल हैं. जिनकी अपनी अलग-अलग विशेषता होती है और यह अलग-अलग भावनाओं को व्यक्त करती है. संगीत लोगों को एक साथ जोड़ने का काम करता है. वहीं व्यक्ति के मन और दिमाग को शांत करने का भी काम करता है. म्यूजिक सुनने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पॉजिविट प्रभाव पड़ता है. इसलिए म्यूजिक के थेरेपी की तरह उपयोग किया जाता है. ये स्ट्रेस को कम करने के अलावा डिप्रेशन से राहत दिलाने में भी मदद करता है. म्यूजिक हमारे ब्रेन पर पॉजिटिव असर डालता है जिससे हमें आनंद और सुकून मिलता है. 

स्ट्रेस को कंट्रोल करता है म्यूजिक

म्यूजिक सुनने में दिमाग को शांति मिलती है. जो स्ट्रेस और डिप्रेशन से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकती है. म्यूजिक मन को शांत करता है और पॉजिटिव एनर्जी महसूस करने में मदद कर सकता है. 


मेडिटेशन के लिए म्यूजिक है सही ऑप्शन 

बहुत से लोग मेडिटेशन के दौरान म्यूजिक की धुन सुनना पसंद करते हैं.  स्ट्रेस और ओवर थिंकिंग को कम करने मे मेडिटेशन मददगार साबित होती है. इसलिए व्यक्ति को रोजाना मेडिटेशन करनी चाहिए. लेकिन शांत जगह पर बैठे रहकर मेडिटेशन हर कोई नहीं कर पाता है. ऐसे में लाइट म्यूजिक की धुन सुनी जा सकती हैं. जिससे दिमाग को आराम मिले. 

मूड बेहतर बनाना


बिजी लाइफस्टाइल और कई समस्याओं को लेकर कई बार व्यक्ति का मूड सही नहीं होता है वो चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं. ऐसे में म्यूजिक सुनने से काफी आराम मिल सकता है. क्योंकि म्यूजिक सुनने से दिमाग को आराम मिलता है जिससे हैप्पी हार्मोन ज्यादा प्रोड्यूस होते हैं. इससे हमारे मूड को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा थकान को कम करने में भी म्यूजिक मदद कर सकता है.

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