भाजपा बना रही जनता को पागल , हो गया बड़ा खुलासा

झारखंड के पहले चरण के चुनाव में 43 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है, लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा के खिलाफ ऐसा बड़ा खुलासा किया है, जिसने सत्तारूढ़ पार्टी की नींव हिला दी है... हेमंत ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने झारखंड में 'शैडो कैंपेन' चलाकर न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि को नुकसान पहुँचाया, बल्कि राज्य की सामाजिक और धार्मिक ताना-बाना को भी तोड़ा है...

सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर एक रिपोर्ट साझा करते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा, “भा.ज.पा. ने मेरी और राज्य की छवि को नुकसान पहुँचाने के लिए फेसबुक पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं। ये विज्ञापन न केवल नफरत फैलाने के लिए थे, बल्कि समाज में धार्मिक उन्माद और आपसी झगड़े बढ़ाने का भी काम कर रहे थे।”

हेमंत ने जो रिपोर्ट साझा की, उसमें खुलासा हुआ कि पिछले 30 दिनों में 'झारखंड चौपाल', 'रांची चौपाल' जैसे फेसबुक पेजों पर 72 लाख रुपये खर्च किए गए, ताकि राज्यवासियों को झूठे प्रचार से भ्रमित किया जा सके। इन पेजों पर जो कंटेंट डाला गया, वह नफरत फैलाने, धर्मों के बीच तनाव उत्पन्न करने और समाज को बांटने वाला था।

सीएम ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को इस मसले पर शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, और भाजपा के साथ मिलकर लगातार 95,000 से अधिक व्हाट्सएप ग्रुपों का इस्तेमाल कर राज्य की छवि को नुकसान पहुँचाया जा रहा है।

हेमंत सोरेन ने साफ तौर पर कहा कि, "हमने किसी भी तरह के प्रमोशन पर एक भी रुपया खर्च नहीं किया, जबकि भाजपा ने अपनी शैडो कैंपेन के लिए करोड़ों रुपये झोंक दिए।बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब हेमंत सोरेन ने भाजपा के इस तरह के काले खेल को बेनकाब किया है। इससे पहले भी उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया था कि पार्टी सोशल मीडिया के जरिए नफरत और झूठ फैला रही है। उन्होंने चुनाव आयोग से सवाल किया था कि क्या भाजपा को लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ाने की छूट मिल चुकी है?

हेमंत सोरेन ने रिपोर्ट में यह भी बताया कि पिछले तीन महीनों में भाजपा ने राजनीतिक विज्ञापनों पर 2.25 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए हैं। इनमें से आधा पैसा भाजपा के आधिकारिक पेज पर गया है, जो सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, विभाजनकारी और भ्रामक संदेशों को फैलाने वाले 'शैडो अकाउंट्स' के जरिए झूठा प्रचार कर रहे हैं।

इन शैडो अकाउंट्स ने कुल मिलाकर 81.03 लाख रुपये खर्च किए हैं, जो कि भाजपा के आधिकारिक पेज के खर्च के लगभग बराबर है। 

देखा जाए तो हेमंत सोरेन का यह खुलासा भाजपा की चुनावी रणनीतियों की असलियत को उजागर करता है,..मगर इसमें कितनी सच्चाई है , ये कहा नहीं जा सकता ...  मगर अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग इस गंभीर मसले पर क्या कार्रवाई करता है और क्या वह लोकतंत्र और समाज के बीच बढ़ते विभाजन को रोकने में अपनी भूमिका निभाता है। 

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