टाटा कंपनी की जान रतन टाटा के निधन पर कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दी श्रद्धांजलि

टाटा कंपनी की जान रतन टाटा के निधन पर कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दी श्रद्धांजलि 

कल रात टाटा कंपनी के मानद चेयरमैन यूं कहें तो टाटा कंपनी की जान टाटा कंपनी की आत्मा रहे रतन टाटा का निधन हो गया।  ये निधन महज एक इंसान का ही नहीं बल्कि एक विचार का हुआ है जिसने इतने सामर्थ्यवान होने के बाबजूद सिर्फ समाजसेवा को ही अपनी संपत्ति माना।  देश को ही अपनी पूँजी समझने वाले रतन टाटा वो नाम थे जो कभी भी किसी विवाद में नहीं रहे। उनके लिए तो पूरा देश ही उनका था न कोई अलग व्यक्ति न कोई अलग विशेष राजनीतिक पार्टी वो सबके थे इसलिए हर देश का हर इंसान उनकी नीति सरल व्यक्तित्व और सामान्य जीवन शैली का मुरीद था। उनके लिए कभी भी किसी के द्वारा ख़राब प्रतिक्रिया नहीं आयी। आज उनके निधन पर सबका एक ही कहना था कि रतन टाटा चले गए एक अमूल्य रत्न चला गया तो भारत रत्न से सम्मानित न होने के बाबजूद असल में भारत रत्न थे। न जाने कितने मुफ्त हॉस्पिटल , कैंसर हॉस्पिटल , शिक्षा के संगठन और न जाने कितने समाजसेवी व्यवस्थाओं से जुड़े रतन टाटा का निधन एक ऐसी क्षति है जिसकी कोई भी क्षतिपूर्ति नहीं कर सकता। इतने बड़े साम्राज्य के मालिक होने के बाबजूद आधे से ज्यादा संपत्ति दान में देने वाले रतन टाटा सदा ही सबके हृदय पर राज करेंगे। और देश के कोने कोने में उनको भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जा रही है।  उनको हर कोई याद कर रहा है वो सबके दिल में आज भी बसतें हैं। उनके निधन पर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने गुरुवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, मेरठ रोड, मुजफ्फरनगर में आयोजित शो सभा में उद्योग जगत के दिग्गज, स्वर्गीय रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिले के प्रमुख उद्योगपतियों, अधिकारियों और छात्रों ने एकत्र होकर उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

Ratan Tata – India Leadership Conclave ...

कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने स्व. रतन टाटा के निधन को राष्ट्र के लिए अपार क्षति बताते हुए कहा कि रतन टाटा  का जीवन एक वटवृक्ष की भांति था, जो अपने साये में उद्योग, शिक्षा और सेवा के अनगिनत क्षेत्रों को पोषित करता रहा। उनका जाना एक ऐसा शून्य है, जिसे भर पाना असंभव है। उनकी सोच और दृष्टिकोण ने देश को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। आज उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए हम सभी को उनके आदर्शों को आगे बढ़ाना होगा।

शोक सभा के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति देने की कामना की। शोकसभा के माहौल में एक गहरी संवेदना का अनुभव हुआ, जहां सभी ने रतन टाटा जी के प्रेरणादायक जीवन और उनके अतुलनीय योगदान को याद किया।

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