शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर रहे पूर्व सरपंच तहसीलदार बोले दिखवाते हैं

पथरिया : जहां एक और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह के निर्देशों का पालन करते हुए संपूर्ण मध्यप्रदेश में अवैध अतिक्रमण हटाने की मुहिम चल रही है तो वहीं दूसरी ओर लगातार अवैध अतिक्रमण होते रहना भी लगातार देखा जा सकता है पथरिया जनपद क्षेत्र अंतर्गत चाहे वह राजस्व की भूमि हो अथवा वन विभाग की भूमि हो या फिर जनपद क्षेत्र अंतर्गत खेल ग्राउंड, गोचर या फिर उद्यानिकी विभाग की भूमि हो लगातार अवैध कब्जा होने के मामले सामने आ रहे हैं।

लेकिन अधिकारियों की मूकदर्शिता या यूं कहें कि मौन स्वीकृति के चलते इन भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और लगातार अवैध अतिक्रमण पथरिया जनपद क्षेत्र अंतर्गत हो रहे हैं पथरिया मुख्यालय पर बने सीएम राइज स्कूल एवं पहाड़ी के पास राजस्व की भूमि पर अतिक्रमण जारी है वहां शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर खेती किसानी किए जाने के मामले भी लगातार सामने आते रहे हैं लेकिन वहां की जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया तो वही पथरिया जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत रजवास में उद्यानिकी विभाग की तार फेंसिंग के बाहर मेन रोड पर अतिक्रमणकारियों द्वारा लगातार अवैध कब्जा कर अपने निवास बनाए जा रहे हैं जिस पर विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।

जबकि वहां पदस्थ अधिकारियों के सामने लगातार अतिक्रमण के कार्य जारी है ग्राम पंचायत जगथर के खेल मैदान में भी अतिक्रमण की चर्चाएं लगातार सामने आती रहीं है जिस पर अभी अधिकारियों द्वारा अब तक कोई ठोस कार्यवाही ना किया जाना अभी चर्चा का विषय बना हुआ है। 

ग्राम कांकरदा में गौशाला की भूमि पर अवैध कब्जा,जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मेहलवारा के उपसरपंच कदम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया ग्राम कांकरदा में शासकीय भूमि पर पूर्व सरपंच के द्वारा अवैध कब्जा कर पत्थरों की पक्की दीवार बाउंड्रीवॉल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। जिस पर राजस्व विभाग के द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। नाही ग्राम पंचायत की वर्तमान सरपंच उक्त मामले में गंभीरता दिखा रहीं हैं मामले के संबंध में बताया कि साजली नदी के ऊपर माध्यमिक शाला के पास मड़माता के मंदिर से लगकर मुख्य सड़क के किनारे ग्राम पंचायत मेहलवारा में अवैध रूप से बाउंड्रीबॉल का निर्माण कर लिया गया है। वहीं कुछ अन्य लोगों द्वारा भी अतिक्रमण का जुगाड़ लगाते हुए व्यवस्था बना रहे हैं। जिसके कारण अधिकांश हिस्से अब अतिक्रमण की चपेट में आ गए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि अतिक्रमण के विरुद्ध राजस्व विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है वहीं ग्रामीणों के अनुसार वह गौशाला की भूमि बताई जा रही है।

इनका कहना है-

 कुछ दिन पूर्व यह मामला मेरे संज्ञान में आया था और मैंने आर आई को भेजकर वहां हो रहे अतिक्रमण पर रोक लगवाई थी लेकिन यदि निर्माण फिर शुरू हुआ है तो हमारा अभी आर आई को बोल कर मौके पर भिजवाते हैं एवं अतिक्रमण को रूकवाते हैं।
 

रिपोर्टर : शुभम राठोर

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