देर रात ठंड में बैठे रहे श्रोता, खूब जमी शेरों शायरी की महफ़िल

संतकबीर नगर : बीते सोमवार सुखन साथी फाउंडेशन मेंहदावल के तत्वाधान में एक शाम एकता के नाम उन्वान से कवि सम्मेलन व मुशायरा का आयोजन मेंहदावल स्थित बैटमिंटन हाल में हुआ। भीषण ठंड देर रात तक सैकड़ों की संख्या में लोग आखिर तक बैठे रहे और शायरों को खूब सराहा। 
मुशायरे में आये अंतर्राष्ट्रीय शायर जनाब सहर महमूद (नेपाल) साहब को बधवा के मशहूर न्यूरोलॉजिस्ट डा. एन.एन. श्रीवास्तव बेचैन साहब के हाथों अंगवस्त्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मेंहदावल के मशहूर शायर जनाब अम्बर बस्तवी साहब ने नाते-पाक पढ़ कर किया।  बतौर शायर अजीत यादव ने  "कल एक मस्जिद तोड़ी गई शहर में लगा मेरा शिवाला जा रहा है" पढ़कर कौमी एकजहती का पैगाम देते हुए बेमिशाल शुरूआत की। मेंहदावल के शायर हलीम मेंहदावली ने  "करन्सी नफरतों की चल रही है मुहब्बत का खसारा हो रहा है" पढ़कर बिगड़ते आपसी सम्बन्धों पर सबका ध्यान खीचा।  सिद्धार्थनगर से आये कवि संघर्षशील झलक ने प्रेम गीत पढ़कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। हिंदुस्तान सहित पूरी दुनिया खलीलाबाद संत कबीर नगर का नाम रौशन करने वाले शायर फैज़ खलीलाबादी ने " करना पड़ता है अंधेरों के बदन में सुराख़ रौशनी इतनी सहूलत से नहीं मिलती है " पढ़कर लोगों अपने काम पर और ध्यान व मेहनत करने पर इशारा किया।  जाने माने डाक्टर व शायर एन एन बेचैन ने बेहतरीन शमां बाधा साथ ही जाते जाते "कुछ भी नहीं है तो मेथी चबा लो चली जायेगी ये शुगर धीरे धीरे" शुगर का सस्ता और सटीक इलाज बता गए।  जिले के मशहूर सहाफी व शायर पवन सबा ने "फरेब-ए-हुस्न को तो मात दे दी मगर हारा हुआ हूँ तेरी सादगी से" पढ़कर लोगों को वाह करने पर मजबूर कर दिया।  उर्दू फाउंडेशन नेपाल के अध्यक्ष व अंतर्राष्ट्रीय शायर सहर महमूद ने "निगाहें मुन्तज़िर रहती हैं उस की वो मेरा आशियाना जानता है"
जैसे पढा पूरी महफ़िल झूम उठी।  महाराजगंज के युवा शायर शिव सागर सहर ने "किसी के खून से नक्शा नहीं बनाउंगा दरख़्त काटकर रस्ता नहीं बनाउंगा" नफरतों पर प्रहार करते हुए पेड़ बचाने व लगाने की बात की और सराहे गये। बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष डा. अम्बर बस्तवी ने "कितनी सदियों में बनाता है कोई दिल का मकां एक ठोकर से गिराता है गिराने वाला" आज के दौर में पुराने से पुराने रिश्ते कैसे पल भर में टूट रहे हैं इसकी तरफ सबका ध्यान आकर्षित किया।  पेशे से वकील व शायर सिद्धार्थनगर के शादाब शब्बीरी ने "दो वक्त की रोटी मिलती है मैं खुश हूँ अब खेत और खलिहान नहीं है तो नहीं है" पढ़कर ज़िन्दगी में जो भी उसमें खुश रहने की शायरी की ।  मेंहदावल नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि  रमेश निषाद ने तमाम मौजू पर शेर सुनाये और महफ़िल लूट ली।  बतौर मुख्य अतिथि चेयरमैन प्रतिनिधि ने कहा कि " इस तरह के साहित्यिक अयोजन नगर होते रहने से यकीनन हमारा नगर पंचायत एक आदर्श नगर पंचायत तो होगा ही साथ ही साथ अदबी व साहित्यिक नगर पंचायत के रुप में जाना जायेगा"।  कार्यक्रम का संचालन जिले के युवा कुशल मुशायरा संचालक तौफीक अहमद ने की।  विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य मो. अहमद, ज़हीरुद्दीन साहब, अरबिंद पांडे मोनू, संजय सिंह जी उपस्थित रहे।  साथ ही नगर पंचायत के तमाम वार्डों के सभासद भी आखिर तक बने रहे। संस्था के मेंम्बर प्रिंस दीपक, सुरेंद्र साहनी, शिवधनी लवकुश, संजय, दशरथ, अनिकेत ने बखूबी व्यवस्था देखी।  कार्यक्रम आयोजन संस्था सुखन साथी फाउंडेशन की तरफ से अजीत यादव ने सभी श्रोताओं व महानुभावों का आभार व्यक्त किया और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम अध्यक्ष अम्बर बस्तवी ने कार्यक्रम के सामाप्त होने की घोषणा की।

रिपोर्टर : मोहम्मद नईम

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