75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विराट सुकवि दरबार का आयोजन किया गया
लहरपुर : गाँजर के साहित्यिक सूर्य वरिष्ठ गीतकार कुंवर आलोक सीतापुरी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में उनके निवास स्थान ग्राम रिहार में रात्रि 9 बजे विराट सुकवि दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें देश के अनेक लोकप्रिय कवि मनीषियों ने अपनी सहभागिता देकर कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। कानपुर की धरती से पधारे डॉ० अजय कुलश्रेष्ठ "अजेय" जी ने अपने मुख्य आतिथ्य का निर्वहन करते हुए अपने काव्यपाठ से श्रोताओं की वाहवाही लूटी। कार्यक्रम की अध्यक्षता बहराइच की धरती से पधारे साहित्यभूषण डॉ० रामकरण मिश्र "सैलानी" ने की। उपाध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ संचालक साहित्यभूषण कमलेश मौर्य "मृदु" जी मौजूद रहे। संचालन अयोध्या से पधारे निर्भय प्रताप सिंह जी ने किया। हिंदी सभा सीतापुर के यशस्वी अध्यक्ष आशीष मिश्र एडवोकेट के आशिर्वचनों के साथ जन्म दिवस की हीरक जयंती के उपलक्ष्य मे आयोजित कार्यक्रम का उद्धाटन हुआ । कानपुर से ही पधारी वरिष्ठ कवयित्री डॉ० रश्मि कुलश्रेष्ठ जी ने अपने सुमधुर कण्ठ से वाणी वंदना कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तत्पपश्चात ओम प्रकाश वर्मा "ओम", बाराबंकी, डा० सतीष चंद्र वर्मा व राजकुमार तिवारी महोली, श्रीमती लता श्रीवास्तव बाराबंकी, इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव "अम्बर", डा० मनोज दीक्षित "दिवाकर" , श्रीमती बिंदु प्रभा, डा० संजीव सिंह, आचार्य अरुण सिंह, अक्षय मिश्रा "एहसान", अपूर्व त्रिवेदी, बैकुंठ सागर, अतुल बाजपेयी, झंकार नाथ शुक्ल, राजेश बाजपेई "प्रसून",श्रीपाल वर्मा, सनत अनारी, गीता श्रीवास्तव, विजय प्रताप पांडेय, सुश्री गरिमा तिवारी, एस० पी० जायसवाल आदि ने अपनी प्रतिनिधि रचनाओ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम प्रात: 4 बजे तक चलता रहा। कार्यक्रम का आयोजन कुंवर आलोक सीतापुरी के सुपुत्र जितेन्द्र सिंह एडवोकेट, इंजीनियर सुरेन्द्र सिंह व अभिषेक सिंह द्वारा किया गया। संयोजन में रामकिशोर श्रीवास्तव, आचार्य अंबिका तिवारी "अंबुज" तथा शिवांश सिंह "सुंदरम" का प्रमुख योगदान रहा।
रिपोर्टर : अंकित अवस्थी
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