'मैदान तुम चुनो, कार्यकर्ता हम चुनेंगे...राहुल गांधी को मिला खुला चैलेंज
लोकसभा चुनाव से पहले देश में सियासत गरमा गई है...पक्ष-विपक्ष एक दूसरे को खुला चैलेंज दे रहे हैं...बीते दिन बीजेपी सासंद निरहुआ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को खुला चैलेंज दिया था वहीं अब केंद्रीय मंत्री ने भी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को खुली चुनौती दे डाली है...स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को चैलेंज करते हुए कहा है कि वो एनडीए और यूपीए दोनों के दस सालों पर उनसे आकर बहस करें...लेकिन राहुल गांधी डरते हैं...केंद्रीय मंत्री स्मृति ने नागपुर में 'नमो युवा महासम्मेलन' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी को खुली चुनौती दे दी है...स्मृति ने बहस के लिए इनवायट करते हुए कहा कि अगर मेरी आवाज राहुल गांधी तक पहुंच रही है तो उन्हें कान खोलकर सुनना चाहिए...आइए, इस पर बहस कर लें कि किसके दस साल बेहतर हैं... मैदान तुम चुनो, कार्यकर्ता हम चुनेंगे....उन्होंने दावा किया कि अगर युवा मोर्चा के किसी कार्यकर्ता ने उनके सामने बोलना शुरू कर दिया तो वे बोलना भूल जाएंगे...
बता दें हाल ही में राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत अमेठी की यात्रा की थी, जहां से उनके दिवंगत चाचा संजय गांधी, दिवंगत पिता राजीव गांधी और मां सोनिया गांधी सांसद रही हैं... 2004 में राहुल गांधी ने अमेठी से राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी और भारी वोटों से जीत हासिल की थी... हालांकि 2014 के लोकसभा चुनावों में ये अंतर काफी कम हो गया था, क्योंकि अमेठी में जोरदार प्रचार अभियान हुआ और वहां तत्कालीन पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने स्मृति ईरानी के लिए वोट करने की अपील की थी...जिसका असर ये हुआ कि 2019 के चुनाव में बीजेपी की तरफ से स्मृति ईरानी चुनावी मैदान में उतरी और राहुल के गढ़ को ढहाते हुए अमेठी में भारी बहुमत से जीत हासिल की..वहीं इस बार फिर दोनों आमने-सामने हैं...दोनों के बीच कांटे की टक्कर है...
जाहिर है भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब अमेठी से निकली थी तब ये साफ नहीं था कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं... वहीं, राहुल गांधी के आलोचकों का मानना है कि वह चुनाव हारने के बाद शायद ही कभी अमेठी के दौरे पर आए हों और अमेठी के लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया हो... हालांकि चुनाव के नतीजे आने तक कुछ भी कहना मुश्किल है कि जनता किस पर भरोसा करेगी और ऊंट किस करवट बैठेगा...एक बार फिर स्मृति का सिक्का चलता है या फिर राहुल एक बार फिर अपने गढ़ में वापसी करते हैं ये देखना दिलचस्प होगा...
No Previous Comments found.