आगरा के ब्रह्माकुमारी आश्रम में दो ब्रह्माकुमारी बहनों ने की खुदकुशी
आगरा के जगनेर थाना क्षेत्र में स्थित ब्रह्मकुमारी के आश्रम में दो सगी बहनों ने शुक्रवार रात को आत्महत्या कर ली है. दोनों बहनों के शव पंखे के हुक से लटके हुए मिले हैं. जिसके बाद हड़कंप मच गया है. आत्महत्या से पहले दोनों बहनों ने आश्रम के व्हाट्स एप पर सुसाइड नोट भी भेजा है, जिसमें आश्रम के चार कर्मचारियों को उनकी खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक दोनों बहनों के भाई सोनू के मुताबिक घटना शुक्रवार रात करीब 11.18 बजे की है. इस समय ही दोनों बहनों ने आश्रम के ग्रुप पर सुसाइड नोट पोस्ट किया. उन्हें फोन करके एकता और शिखा के सुसाइड नोट के बारे में बताया गया. अचानक बहनों के सुसाइड नोट की बात सुनकर सोनू 13 किलोमीटर दूर स्थित आश्रम भागकर पहुंचे. जब उन्होंने कमरे का दरवाजा खोला तो दोनों बहनों को फंदे से लटा हुआ पाया.
सुसाइड नोट में खुल गया काला चिठ्ठा
शिखा ने अपने सुसाइड नोट में अपनी सभी शिकायतें लिखते हुए मौत के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है. एकता ने अपने सुसाइड नोट में पूरे मामले को पानी की तरह साफ कर दिया है. एकता ने लिखा कि नीरज ने उनके साथ सेंटर में रहने का आश्वासन दिया था. सेंटर बनने के बाद उसने बात करना बंद कर दिया. एक साल से हम बहनें रोती रहीं, लेकिन उसने नहीं सुनी. उसका साथ उसके पिता, ग्वालियर आश्रम में रहने वाली महिला और ताराचंद ने दिया. पंद्रह साल तक साथ रहने के बाद भी ग्वालियर वाली महिला से संबंध बनाता रहा. इन चारों ने हमारे साथ गद्दारी की है.
4 कर्मचारियों पर लगाए गंभीर आरोप
जगनेर कस्बा की रहने वाली 37 वर्षीय एकता और उनकी छोटी बहन 34 वर्षीय शिखा वर्ष 2005 में ब्रह्मकुमारीज आश्रम से जुड़ी थीं. चार वर्ष पहले जगनेर में बसई रोड पर ब्रह्मकुमारीज आश्रम बनने के बाद वहां रहने लगीं थी. आश्रम में एक अन्य युवती भी रहती है. एकता के भाई सोनू ने बताया कि शुक्रवार रात 11.18 बजे उनके वाट्सएप पर रूपवास ब्रह्मकुमारीज आश्रम की बहन ने सुसाइड नोट भेजा, फोन करके जानकारी दी.
No Previous Comments found.