साइबर क्राइम की आने वाली है बाढ़ ,बचने के लिए ये करना होगा
2024 ने साइबर क्राइम के नए-नए चेहरों से हमें रूबरू कराया। जरा सोचिए, हम जिस दुनिया में रहते हैं, वह डिजिटल दुनिया अब कितनी बड़ी और ताकतवर हो गई है। जहां हर कदम पर हम कनेक्टेड हैं – हमारी जानकारी, हमारी आदतें, हमारी पसंद… सब कुछ। और इसी कनेक्टिविटी का फायदा उठाते हुए साइबर अपराधी हमारी सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश करते हैं। मगर अब वक्त है कि हम 2024 से मिले सबकों को 2025 में एक संकल्प में बदलें और खुद को और अपनों को साइबर फ्रॉड से बचाएं ...अब ये कैसे होगा , चलिए बताते हैं -
1. OTP को कभी न शेयर करें
आपका OTP सिर्फ आपका है, और किसी को भी इसे शेयर नहीं करना है। यह ऐसा सीक्रेट कोड है, जो सिर्फ आपके अकाउंट और ट्रांजेक्शंस को सुरक्षित रखता है। जब कोई अनजान कॉल या मैसेज आए और वो आपसे OTP मांगने लगे, तो बस एक बात याद रखें – कोई भी आपके OTP के लायक नहीं है! कनेक्टेड दुनिया में, अपनी सुरक्षा सबसे पहले है। Google Authenticator जैसे ऐप्स का इस्तेमाल करके इस कनेक्टिविटी में और भी सुरक्षा जोड़ें।
2. अनजान नंबर की वीडियो कॉल को न लें
क्या हुआ अगर आपका फोन बज रहा है और स्क्रीन पर अनजान नंबर है? क्या आप कॉल रिसीव करेंगे? ज़रा ठहरिए! ये कॉल साइबर अपराधियों का एक नया तरीका हो सकता है। सेक्सटॉर्शन जैसे मामलों में, अनजान वीडियो कॉल्स के जरिए धोखा दिया जाता है। याद रखें, अनजान नंबर से कोई भी कॉल न लें, और ऐसे किसी भी नंबर को ब्लॉक कर दें। कनेक्टिविटी है, लेकिन समझदारी से!
3. 'जॉब फिशिंग' का जाल न फंसे
सोशल मीडिया पर किसी ने आपको जॉब ऑफर दिया? आपको लगता है कि यह मौका बहुत अच्छा है? सोचिए, अगर यह सपना साइबर अपराधियों का हो, तो? ईमेल से आने वाले जॉब ऑफर्स और टेस्ट/इंटरव्यू जैसे फर्जी ऑफर से बचें। ये सब आपके डेटा को चुराने का तरीका है। सही कनेक्टिविटी से ही समझदारी से काम लें, और सिर्फ प्रमाणित लिंक और वेबसाइट्स पर ही लॉगिन करें।
4. 'डिजिटल अरेस्ट' का कोई कानूनी मतलब नहीं है!
आजकल एक नया ट्रेंड चल पड़ा है – डिजिटल अरेस्ट। साइबर अपराधी खुद को पुलिस या खुफिया एजेंसी का अधिकारी बता कर लोगों को धोखा देते हैं। वे कहते हैं कि आप किसी अपराध में शामिल हैं और पैसे की मांग करते हैं। लेकिन ध्यान रखें, भारतीय कानून में ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसा कुछ नहीं होता। कनेक्टिविटी के जरिए खुद को सुरक्षित रखें और इन धोखाधड़ी से बचें।
5. बिजली / गैस कनेक्शन के फर्जी मेसेज से सावधान रहें
क्या कभी आपने सोचा था कि आपको बिजली या गैस कनेक्शन को लेकर साइबर फ्रॉड का शिकार बनाया जा सकता है? लेकिन 2024 में यह सच हुआ। ऐसे मेसेजेस में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से पहले एक बार सोचिए, क्योंकि वह लिंक आपके अकाउंट की जानकारी चुरा सकता है। कनेक्टिविटी से जुड़े हर कदम को ध्यान से उठाएं – हेल्पलाइन नंबर से पुष्टि करें, और कोई भी लिंक पर क्लिक करने से पहले दो बार सोचें।
6. AI से वॉयस क्लोनिंग का खतरा
क्या आपने सुना है कि AI अब आपकी आवाज़ की नकल कर सकता है? सोचिए, अगर साइबर अपराधी आपकी आवाज़ की नकल करके आपके बैंक अकाउंट तक पहुँच जाए! अब, जब भी कोई अनजान कॉल आए, तो थोड़ी सी सतर्कता रखें। कनेक्टिविटी का मतलब है सुरक्षा, न कि धोखाधड़ी!
7. सोशल मीडिया प्रोफाइल को प्राइवेट रखें
सोशल मीडिया पर हमारे कनेक्शंस हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं, लेकिन यही कनेक्शंस अगर गलत हाथों में चले जाएं तो बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए कभी भी अपनी पर्सनल जानकारी जैसे जन्मतिथि, फोन नंबर, या घर का पता सार्वजनिक न करें। अपने प्रोफाइल को प्राइवेट रखें ताकि आपकी जानकारी सिर्फ आपके करीबी दोस्तों तक सीमित रहे।
8. गूगल पर ‘कस्टमर केयर’ सर्च से बचें
कनेक्टिविटी की दुनिया में, गूगल ने हमारे लिए सब कुछ आसान कर दिया है, लेकिन कभी-कभी यह बहुत धोखाधड़ी का कारण भी बन सकता है। गूगल पर ‘कस्टमर केयर’ नंबर सर्च करने से आपको फेक नंबर मिल सकते हैं, जो साइबर ठगों के हो सकते हैं। सही कनेक्टिविटी का मतलब है – कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर सही नंबर की जानकारी प्राप्त करना।
कुल मिलाकर देखा जाए तो ये डिजिटल युग है, और कनेक्टिविटी के इस दौर में सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए! अगर हम सब इन सरल कदमों को अपनाते हैं, तो हम न सिर्फ अपने आप को बल्कि अपने परिवार और दोस्तों को भी साइबर फ्रॉड से बचा सकते हैं।डिजिटल कनेक्टिविटी के इस दौर में, हमें अपनी सुरक्षा को लेकर ज्यादा सजग और सतर्क होना होगा।
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