कल जारी होंगे भाजपा के यूपी उपचुनाव के प्रत्याशियों के नाम
कल जारी होंगे भाजपा के यूपी उपचुनाव के प्रत्याशियों के नाम
लोकसभा चुनाव 2024 के आने के बाद जहाँ एक तरफ बीजेपी को कुछ निराशा जरूर हुई होगी कि हमने हैट्रिक तो मार ली गठबंधन के साथ मिलकर तीसरी बार सरकार बना ली पर देश की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने वाले देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में 2014 और 2019 वाला करिश्मा नहीं दिखा सके। जिसका फायदा उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्ष में शुमार समाजवादी पार्टी को हुआ फायदा इतना कि सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गयी लोकसभा सीटों के हिसाब से और तो और सपा और कांग्रेस दोनों को वो संजीवनी मिल गयी जिसको अब तक वो खोज रहे थे। ये तो हुई संजीवनी की बात तो वहीं दूसरी तरफ अब उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं ये सीट हैं अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकर नगर की कटेहरी, कानपुर की सीसामऊ, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, प्रयागराज की फूलपुर, अलीगढ़ की खैर, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, गाजियाबाद की गाजियाबाद और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर उपचुनाव होना है।और सभी 10 विधानसभा सीट बहुत ही महत्वपूर्ण सीट हैं जिसको कोई भी पक्ष हारना नहीं चाहता पिछली बार यानि 2022 के विधानसभा चुनाव में ये सीट आधी सत्ता पक्ष को गयी थी तो आधी विपक्ष के पास। पर इस बार बड़ी लड़ाई है क्योंकि इस बार बीजेपी का सामना कमजोर विपक्ष से नहीं बल्कि लोकसभा चुनाव में संजीवनी पाए उत्साह से लबरेज विपक्ष से है। और फ़िलहाल इन उपचुनाव का औपचारिक विगुल तो नहीं बजा है पर जुबानी घमासान से आपको इसकी यानि इस उपचुनाव की गर्माहट महसूस जरूर होगी।
उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी यानि समाजवादी पार्टी के मुखिया यानि अखिलेश यादव द्वारा 6 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गयी पर अब तक भाजपा की ओर से कोई भी नाम फाइनल नहीं किये गए। कहा जा रहा है कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा की कल बड़ी बैठक होगी। इस बैठक में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी , महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह शामिल होंगे।
इस बैठक में यूपी के 10 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा और जीत की रणनीति पर गहन मंथन किया जाएगा।
बैठक में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। हाल ही में हरियाणा में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों में मिली सफलता के मद्देनजर पार्टी का मानना है कि एक बार फिर से स्थानीय नेताओं को मौका देकर वोटरों में विश्वास जगाना जरूरी है। जिससे कार्यकर्ताओं में वही विश्वास फूंका जा सके जिसके लिए हमारी पार्टी जनि जाती है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैठक में चुनावी रणनीति, प्रचार-प्रसार के उपाय, और संभावित उम्मीदवारों की क्षमताओं पर चर्चा की जाएगी। पार्टी के नेताओं ने पहले ही कहा है कि उपचुनाव में एक मजबूत और लोकप्रिय प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा जाएगा, ताकि स्थानीय मतदाता को आकर्षित किया जा सके और विश्वास पैदा किया जा सके। क्योंकि इन 10 सीटों पर पहले भी हम महज पांच सीट पर ही जीते थे।
फ़िलहाल ये उपचुनाव बड़ा ही महत्वपूर्ण होने वाला है जहाँ एक तरफ उत्साह से लवरेज विपक्ष है तो वहीं भाजपा भी हरियाणा में हैट्रिक मारकर उत्साह और बड़ी रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी। क्योंकि राजनैतिक जानकार बैसे भी इस उपचुनाव को उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव के पहले का सेमीफाइनल है। इसे जो जीतेगा उसके लिए 2027 की राह आसान हो जायगी अब देखने वाली बात होगी कि किसके लिए राह आसान होगी और किसके लिए कठिन।
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