इस मंदिर में हैं लाखों घंटी
दुनिया भर में बहुत से मंदिर हैं. मनोकामनाएं पूरी होने पर मंदिर में लोग अपनी आस्था के अनुसार चीजें चढाते हैं. वहीं हर मंदिर की अपनी अपनी मान्यताएं हैं. हर मंदिर की अपनी कहानी और रहस्य होते हैं. कुछ मंदिर में बाल दान करने की मान्यता हैं तो कही दर्शन के बाद प्याज़ लहसुन से परहेज करने की मान्यता है. इन मान्यताओं के पीछे कोई न कोई कारन मौजूद है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहाँ लोग अपनी मनोकामनाएं पूरी होने पर घंटी या फिर बड़ा सा घंटा बांध कर आते हैं. बता दें कि इस मंदिर में लाखों की तादाद में घंटे और घंटियाँ बंधी हैं. कुछ लोग इस मंदिर को न्याय का मंदिर भी कहते हैं. आइये जानते है इस मंदिर के बारे में विस्तार से....
दरअसल, उत्तराखंड के नैनीताल में घोड़ाखाल के नाम से प्रसिद्ध ये मंदीर नैनीताल जिले के भवाली से लगभग पाँच किलोमीटर की दूरी पर सैनिक स्कूल के पीछे चोटी पर बना हुआ है. इस मंदिर में लोग इस भव्य नज़ारे को देख कर काफी मनमोहित हो जाते हैं. बता दें कि यहाँ के लोग इन्हें ''गोलू देवता'', ''गोलजू महाराज'' और न्याय देवता के रूप में पूजते हैं. यहाँ जाने वाले लोग इस मंदिर में अपनी अर्जी लगाकर आते हैं. जिसके बाद मनोकामना पूरी होने पर लोग वह लाखों रूपए तक के कीमत की घंटे एवं घंटियां बांध कर आते हैं. गोलू देवता का ये मंदिर काफी भव्य और आकर्षित है. इस भव्य मंदिर के पीछे कई सारे रहस्य हैं. आइये जानते हैं इसकी मान्यता के बारे में...
घोड़ाखाल मंदिर की मान्यता
ऊँचे पहाड़ की चोटी पर स्थित ये घोड़ाखाल मंदिर जिसे लोग न्याय देवता और तमाम ऐसे नामो से जानते हैं. बता दें कि लोग इस मंदिर में अपनी मनोकामना एक पेपर पर लिख कर मंदिर में बांध कर आते हैं. और लोग ऐसा मनाते हैं कि गोलू देवता सबकी मनोकामना पूरी करते हैं. जिसके बाद वहां पर मनोकामना पूरी होने पर घंटी बंधने का रिवाज़ हैं.
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