नवांकुर विद्यापीठ में एआई और चैटजीपीटी पर अत्याधुनिक कार्यशाला का आयोजन
गंज बासौदा : नवांकुर विद्यापीठ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चैटजीपीटी पर केंद्रित एक अत्याधुनिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर नवांकुर विद्यापीठ के प्राचार्य श्री शैलेंद्र दीक्षित, डॉल्फिन स्कूल के प्राचार्य श्री संदीप जेटली, और मीडिया कंप्यूटर कॉलेज के निदेशक श्री कमलेश शर्मा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सर्व प्रथम माँ सरस्वती जी की पूजन अर्चना के साथ दीप प्रज्वलित कर की गई
कार्यक्रम का संचालन श्री अमित चतुर्वेदी द्वारा किया गया कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मयंक दुबे द्वारा आर्टिफिशियल इंटलीजेंसी विषय पर प्रकाश डालते हुए चैट जीटीपी के बारे में विस्तार से बताया इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चैटजीपीटी के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम विकासों के बारे में जानकारी प्रदान करना था।
कार्यक्रम के दौरान, विभिन्न तकनीकी विषयों पर गहन चर्चा की गई। छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोगों, चैटजीपीटी के उपयोगों और इनके द्वारा शिक्षा में आने वाली संभावित क्रांतियों के बारे में बताया गया। प्राचार्य श्री शैलेंद्र दीक्षित ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चैटजीपीटी जैसी तकनीकों का सही उपयोग शिक्षा के क्षेत्र के साथ साथ आम जीवन में किया जा सकता है आज के समय में ऐसी ही नई तकनीकों का ज्ञान लेकर छात्र अपना भविष्य भी बना सकता है डॉल्फिन स्कूल के प्राचार्य श्री संदीप जेटली ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इन तकनीकों का ज्ञान विद्यार्थियों के भविष्य को अधिक उज्ज्वल बना सकता है। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से बताया कि कैसे चैटजीपीटी और अन्य AI उपकरण शिक्षण और सीखने की प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।
मीडिया कंप्यूटर कॉलेज के निदेशक श्री कमलेश शर्मा ने भविष्य में तकनीकी ज्ञान के बढ़ते महत्व पर चर्चा की और कहा कि विद्यार्थियों को इन नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना समय की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाने चाहिए ताकि विद्यार्थियों को अद्यतन तकनीकी जानकारी प्राप्त हो सके।
कार्यक्रम में विशेष रूप से, चैटजीपीटी का उपयोग करके कुछ रोचक प्रस्तुतियाँ भी तैयार की गईं। एक चित्र में दिखाया गया कि कैसे अधिक बर्गर खाने से एक शेर मोटा हो गया और जिम जाने पर वह स्वस्थ हो गया। इसके अलावा, न्यूटन के नियमों को सरल शब्दों में कहानी के रूप में समझाया गया, जिससे छात्रों को विज्ञान के सिद्धांतों को आसानी से समझने में मदद मिली।
कार्यक्रम के अंत में मीडिया कंप्यूटर के प्राचार्य अखिलेश दाँगी ने बताया कि किस पढ़ाई को कर के आप भी नई तकनीकों का ज्ञान ले सकते है और नौकरी प्राप्त कर सकते है
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नवांकुर व डॉल्फिन स्कूल के छात्र उपस्थित थे
रिपोर्टर : हेमंत आनंद
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