एफ एल एन मेले में स्टालों के माध्यम से बच्चों के शारीरिक क्षमताओं का किया आकलन

 शमशाबाद : भारत सरकार द्वारा एजुकेशन की नई पॉलिसी के निपुण भारत मिशन के अंतर्गत शुरू किया गया। यह एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। इसमें कक्षा पहली, दूसरी व तीसरी के बच्चों को आधारभूत दक्षताएं पूर्ण कराई जाती है।  इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चे खेल, कहानियां, तुकबंदी, गतिविधियों, स्थानीय कला, शिल्प और संगीत के माध्यम से आनंद पूर्ण तरीके से सीखे और आजीवन सीखने के लिए मज़बूत नीव विकसित करें। FLN Fair(मेला) में सर्व प्रथम बच्चों का पंजीयन किया गया। पंजीयन के माध्यम से अभिभावकों के साथ बच्चों को शारीरिक विकास, बौद्धिक विकास, भाषा विकास, गणित की पूर्व तैयारी, बच्चों का कोना, भाषा विकास लिखना, सामाजिक व भावनात्मक विकास भाव पहचानो आदि की एक्टिविटी जानकर रिपोर्ट कार्ड बनाकर बताया गया। बी आर सी ईश्वर प्रसाद शर्मा,प्राचार्य आशीष सक्सेना, हाई स्कूल प्राचार्य राजेन्द्र गोयल, प्राचार्य संजेश किरार, बृजमोहन शर्मा,प्रदीप सोनी,महेश करतारिया,पवन शर्मा ने स्कूलों का निरीक्षण किया।  बी ई ओ राकेश सेन  ने बताया कि बच्चों में बुनियादी शिक्षा और संख्यात्मक कौशल विकसित करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने एक मिशन की शुरुआत की है। जिसे आज के समय में हम सभी एफएलएन मिशन अंकुर के नाम से जानते हैं। इसके साथ ही बताया कि एफ एल एन का मतलब हिंदी में बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान होता है

रिपोर्टर : प्रयास विश्वकर्मा                                 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.