'जो राम का नहीं, किसी काम का नहीं...'

जो राम का नहीं, किसी काम का नहीं.. ये बात तो आपने सुनी ही होगी . भारत जैसे देश में ऐसा कोई हिंदु नहीं जो राम को ना भजता हो .. जो राम को ना मानता हो ..मगर अफसोस कि इसी देश में सियासत ने श्री राम को हमारा तुम्हारा कर दिया ....कांग्रेस ने तो इन दिनों जैसे श्री राम से नाता ही तोड़ दिया है .... जैसे श्री राम पर हक केवल भाजपा का हो ... मगर क्या वाकई ऐसा है ? फिर आखिर कैसै कांग्रेस ने अयोध्या जाने से इंकार कर दिया है .. सदियों के इंतजार के बाद रामलला का मंदिर बन कर तैयार है , पूरे देश में खुशी की लहर है ..अयोध्या जगमग है क्योंकि 22 तारीख को राम लला मंदिर में विराजमान हो जाएंगे .. मगर इस उत्साह से कांग्रेस को परेशानी है ..इसीलिए कांग्रेस ने अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकरा दिया है . और अब आलम ये है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का निमंत्रण ठुकराने का असर धीरे-धीरे नजर आ रहा है. कई जगह पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है. की जगह  राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराए जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के तीखे तेवर देखने को मिले रहे हैं तो कई जगह लोग पार्टी ही छोड़ रहे हैं .  कांग्रेस के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के इस फैसले से नाराज होकर कांग्रेस को अलविदा कह दिया है.इसी में एक बड़ा नाम भी शामिल है , और वो नाम है मिलिंद देवड़ा ,,,,, पूर्व सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है. मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्‍यता से इस्तीफा दे दिया है. राहुल गांधी की न्‍याय यात्रा से पहले कांग्रेस के लिए मिलिंद देवड़ा का इस्‍तीफा एक बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में लगातार इस्तीफों के बाद  कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का बड़ा बयान सामने आया है .. उन्होंने साफ तौर पर कहा है , ये सब राम जी के प्रकोप की वजह से हो रहा है .. कांग्रेस ने अयोध्या ना जाने का जो फैसला किया है , उसके बाद श्री राम के क्रोध का सामना तो करना ही होगा ..

देखा जाए तो वाकई जब पूरे देश में उत्साह है ,उमंग है .. तब कांग्रेस को भी सियासत भूलकर इस उत्साह में शामिल होना ही चाहिए ,,,मगर अफसोस सदियों से सियासत की भेंट चढ़ रामलला , अभी भी सियासत में बाँधे जा रहे हैं ...राम मंदिर सियासत का नहीं बल्कि सनातन का मुद्दा है ..ये अभिमान है ,हर भारतीय के लिए ....ये शान है हर एक हिंदू के लिए ... इसीलिए राम मंदिर के जश्न में शामिल होना , देश की सेवा करने जैसा ही है ...मगर कांग्रेस इस मुद्दे पर केवल सियासी रोटीयां ही सेकने का प्रयास कर रही है 

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