बिहार में ताश के पत्तों की तरह गिर रहे पुल, खुल रही भ्रष्टाचार की पोल
नीतीश बाबू के बिहार में बारिश क्या शुरू हुई मानों पुलों के गिरने का सिलसिला ही शुरू हो गया है...जी हां बिहार में एक के बाद एक पुल जमीदोज होते जा रहे हैं...बीते 18 दिनों में 12 पुल गिर चुके हैं...अगर छोटे मोटे पुलों को मिलाकर देखें तो एक दिन में ही पांच पुल गिर गए हैं...इसके बाद से प्रदेश की नीतीश सरकार पर सवाल उठने लगे हैं...हर दिन गिरते पुल भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे हैं...और ये कोई पहली बार नहीं है बिहार में हर साल बारिश आते ही पुलों के गिरने का सिलसिला शुरू हो जाता है लेकिन उसके बाद भी सरकार इसको लेकर कोई काम नहीं कर रही...
बिहार से पिछले कुछ दिनों में एक खबर बार-बार आ रही है और वो है पुल गिरने की न्यूज...दरअसल, बिहार में पिछले 18 दिनों में 12 पुल गिर चुके हैं... इस साल बिहार में पुल गिरने का सिलसिला 18 जून से शुरू हुआ था, जब सबसे पहले अररिया जिले में सिकटी प्रखंड में एक पुल गिरा था...इसके बाद पुल गिरने का सिलसिला शुरू हो गया और एक पखवाड़े में करीब 10 पुल गिर गए... अगर छोटे मोटे पुलों को मिलाकर देखें तो 3 जुलाई को तो एक दिन में ही पांच पुल गिर गए...वैसे ऐसा नहीं है कि इस बार कुछ अलग है और पुल गिर रहे हैं...बिहार में हर साल बारिश के आते ही पुलों के गिरने का सिलसिला शुरू हो जाता है...उसके बाद भी प्रदेश सरकार इसके बचाव के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती...वहीं अब इसको लेकर काफी राजनीति भी हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार हमले कर रहे हैं..और इसे भ्रष्टाचार का नतीजा बता रहे हैं...
देखा जाए तो बिहार में दिन पर दिन एक-एक करके सभी पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है...इस कारण पुलों की सही देखभाल नहीं हो पा रही है...विवादों के बाद भी बिहार में पुलों का रखरखाव बेहतर ढंग से नहीं हो पा रहा है...पटना में आरडब्लूडी और आरसीडी के पुल-पुलियों और क्लवर्ट की संख्या 3389 हैं, लेकिन इसे रखरखाव को लेकर क्या करना चाहिए...इसके लिए कोई नीति नहीं है...यानी बिहार में पुलों का रख-रखाव भगवान भरोसे है...
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