दिन सवर जायेंगे ,तुम मिलो तो सही- कुमार विश्वास

डॉ कुमार विश्वास हिंदी के एक महनीय कवि हैं, हालांकि उन्हें मंचों का कवि भी कहा जाता हैं. वे आम आदमी पार्टी के नेता रह चुके हैं. उन्होंने दिल्ली के अन्ना आन्दोलन में अपनी बड़ी भूमिका निभाई थी. उनका मूल नाम विश्वास कुमार शर्मा है. उनका जन्म उत्तर प्रदेश के पिलखुआ में हुआ था. उन्होंने अब तक हज़ारों कवि-सम्मेलनों में कविता पाठ किया है. साथ ही वह कई पत्रिकाओं में नियमित रूप से लिखते हैं. विश्वास मंच के कवि होने के साथ साथ हिन्दी फ़िल्म इंडस्ट्री के गीतकार भी हैं. उनके द्वारा लिखे गीत अगले कुछ दिनों में फ़िल्मों में दिखाई पड़ेगी. उन्होंने आदित्य दत्त की फ़िल्म 'चाय-गरम' में अभिनय भी किया है. उनके जीवन की यात्रा काफ़ी मुश्किल भरा रहा था. काफ़ी छोटी उम्र से ही मंचों पर कविता करना शुरू कर दिया था. उन्होंने देश के बड़े-बड़े कवियों के साथ अपना मंच साँझा किया हैं.

 वे युवाओं के अत्यन्त प्रिय कवि है. उन्होंने कभी कोई दीवाना कहता हैं कोई पागल समझता हैं, ये गाकर युवायों को रोमांचित किया, तो कभी उन्होंने देश के सेनायों के लियें कविता लिखकर उनका हौसला बढ़ाया हैं. कभी उन्होंने अपने-अपने राम सुना कर लोगों को राममय किया हैं. कुमार की एक बहुत लोकप्रिय कविता खास आपके लिए प्रस्तुत हैं, जो आपका दिन बना देगी.

तुम मिलो तो सही कविता
दिन सवर जायेंगे ,तुम मिलो तो सही 
जख्म भर जायेंगे ,तुम मिलो तो सही 
रास्ते में खड़े दो अधूरे सपन
एक घर जायेंगे ,तुम मिलो तो सही 

ये वक़्त के क्रूर छल का भरोसा नहीं 
आज जी लो के कल का भरोसा नहीं 
दे रहे है वो अगले जनम की खबर 
जिनको अगले ही पल का भरोसा नहीं 

दूर तू है मगर मै तेरे पास हु 
दिल है गर तु तो दिल का मै एहसास हु 
प्रार्थना या इबादत या पूजा कोई 
भावना है अगर तू मै विश्वास हु 

इस अधूरी जवानी का क्या फ़ायदा  
बिन कथा नक कहानी का क्या फ़ायदा  
जिसमे धूल कर नज़र भी न पावन बने 
आँख में ऐसे पानी का क्या फ़ायदा

मेरे दिल में जले हर दीये की क़सम 
आज तक जो किया उस किये की क़सम 
मै जहां आस्ले रोज़ बैठा रहा 
लौट आओ उसी आशिये की क़सम 

ताल को ताल की झंकृति तो मिले 
रूप को भाव की अनुकृति तो मिले 
मै भी सपनो  में आने लगू आपके 
पर मुझे आपकी स्‍वीकृति तो मिले 

दिन सवर जायेंगे ,तुम मिलो तो सही 
जख्म भर जायेंगे ,तुम मिलो तो सही 
रास्ते में खड़े दो अधूरे सपन
एक घर जायेंगे ,तुम मिलो तो सही

----------- डॉ कुमार विश्वास  -----------

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.