डा. एमपीएस वर्ल्ड स्कूल में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई छात्र संसद को दिलाई शपथ

आगरा : डा. एमपीएस वर्ल्ड स्कूल के अतुल्य भारत कल्चर सेंटर मे भव्य अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को विभिन्न पदों के लिए बैज प्रदान किए गए। इस समारोह का उद्देश्य विद्यार्थियों में नेतृत्व कौशल का विकास करना और उन्हें विद्यालय प्रशासन में भागीदारी के लिए प्रेरित करना था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के अध्यक्ष स्क्वाड्रन लीडर ए के सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ देवस्तुति व दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। विद्यालय कीे प्रधानाचार्या राखी जैन ने मुख्य अतिथि महोदय को पुष्पगुच्छ भेट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय के संगीत संकाय के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। विद्यालय की ओर से प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी लोकतांत्रिक तरीके से छात्र संसद के सभी सदस्यों को चुना गया। जिसमें बारहवीं कक्षा के छात्र अर्पित शर्मा को मुख्य छात्र व तनीषा इसरानी को मुख्य छात्रा, उत्कर्ष सिंह और जानवी सिकरवार को स्कूल प्रीफेक्ट, शांभवी शर्मा को कल्चरल कैप्टन और अंजनी सोलंकी को डिप्टी कल्चरल कैप्टन, अंकुश को स्पोर्टस् कैप्टेन और अथर्व जैन को डिप्टी स्पोर्टस् कैप्टेन, अर्श सक्सेना को लैंग्वेज कैप्टन और प्रियांशी सिंह को डिप्टी लैंग्वेज कैप्टन, तेजस हाउस से नवनी सिंह को कप्तान और आरव सिंह को डिप्टी कप्तान, पृथ्वी हाउस से देव सिंह को कप्तान और वैष्णवी को डिप्टी कप्तान, आकाश हाउस से कनिष्का सिंह को कप्तान और आदित्य सिंह चौहान को डिप्टी कप्तान, वज्र हाउस से धैर्य शर्मा को कप्तान और सौम्या कटिहार को डिप्टी कप्तान बनाया गया। छात्र संसद के सदस्यों को मुख्य अतिथि स्क्वाड्रन लीडर ए के सिंह और प्रधानाचार्या राखी जैन ने संयुक्त रूप से पदनाम अंकित पट्टिका पहनाकर उन्हें कर्तव्य और निष्ठा की शपथ ग्रहण कराई। विद्यालय के अध्यक्ष स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह ने कहा कि नेतृत्व क्षमता व्यक्ति को जीवन में हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि किसी भी व्यक्ति में जब नेतृत्व के गुण विकसित होते हैं तो वह केवल अपने लिए ही नहीं, समाज और देश के लिए भी एक मार्गदर्शक बनता है। छात्र जीवन में नेतृत्व की नींव रखने से विद्यार्थी आत्मविश्वास, जिम्मेदारी और अनुशासन जैसे गुणों को आत्मसात करते हैं। यही गुण उन्हें भविष्य में एक बेहतर नागरिक और कुशल नेतृत्वकर्ता बनाते हैं। बच्चे देश का भविष्य हैं, उनमें लोकतंत्र की समझ विकसित करना हमारा कर्तव्य है। विद्यालय एक ऐसा स्थान है जहाँ बच्चों में लोकतांत्रिक मूल्यों की भावना रोपित की जाती है। जब हम बच्चों को अपनी बात रखने, विचार साझा करने और मत देने का अवसर देते हैं तो वे न केवल अपने अधिकारों को समझते हैं बल्कि दूसरों के विचारों का सम्मान करना भी सीखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि छात्र संसद जैसे आयोजन विद्यार्थियों को निर्णय लेने, समूह में काम करने, सहमति बनाने और असहमति को स्वीकारने की संस्कृति सिखाते हैं। जो किसी भी लोकतांत्रिक समाज की रीढ़ हैं। देश के भावी कर्णधार जब विद्यालय में ही लोकतंत्र का अभ्यास करेंगे तभी वे भविष्य में मजबूती से लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन कर सकेंगे। उन्होंने चुने गए छात्र संसद के सभी सदस्यों से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों को गंभीरता से निभाएँ, निष्पक्षता और ईमानदारी से काम करें और हमेशा सच्चाई, सेवा और समर्पण की भावना से प्रेरित होकर नेतृत्व करें। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या राखी जैन ने विद्यालय के अध्यक्ष, उपस्थित अभिभावकों को धन्यवाद दिया और छात्र-पदाधिकारियों को शुभकानाएँ देते हुए कहा कि हर विद्यार्थी में कुछ कर सकने की क्षमता होती है, आवश्यकता है उसे पहचानकर आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जाएँ। इस अवसर पर विद्यालय में आए सभी अभिभावको ने विद्यालय प्रशासन और शिक्षकों की प्रशंसा की। विद्यालय के डीन एडमिनिस्ट्रेशन चंद्रशेखर डैंग, योगी चाहर, निवेदिता अग्रवाल, प्राची यादव, दिव्या खंडेलवाल, अंकित कुमार, आशीष सारस्वत, भावना जादौन, अक्षत सिंह, डॉ मुकेश राय, सौम्या मिश्रा, रश्मि सहित सभी शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे। मंच का संचालन शिवांशी सोलंकी और मयूर शाक्य ने किया।
रिपोर्टर : अनुज उपाध्याय
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