नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के.त्रिपाठी गुजरात के लोथल स्थित राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर का दौरा किया
अहमदाबाद : लोथल स्थित एनएमएचसी एक ऐतिहासिक परियोजना है, जिसे गुजरात सरकार के सहयोग और भारतीय नौसेना के योगदान से बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा विकसित किया जा रहा है, 400 एकड़ में फैला यह संग्रहालय दुनिया के सबसे बड़े समुद्री संग्रहालयों में से एक होगा।
अपनी यात्रा के दौरान, नौसेना प्रमुख को युद्धपोत निशंक, IL-38 SD समुद्री टोही विमान, UH-3H सहित नौसेना के हेलीकॉप्टर, डेक-आधारित लड़ाकू विमान सी हैरियर, और AK-176 GM, 4.5-इंच GM, ZIF 101 SAM लॉन्चर जैसी कई नौसैनिक कलाकृतियों का भ्रमण कराया गया। प्रदर्शन पर रखी गई भारी कलाकृतियों में मिसाइल मॉडल (पी-21, ब्रह्मोस), इंजन मॉडल (आईसीई, जीटी), अंडरवाटर चैरियट और सी ईगल मिसाइल प्रणाली शामिल हैं।
सीएनएस को गुजरात, दमन और दीव नौसेना क्षेत्र के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, रियर एडमिरल सतीश वासुदेव और एनएमएचसी लोथल के प्रभारी अधिकारी कमांडर रंजोत सिंह ने चरण 1ए की प्रगति के बारे में जानकारी दी, जिसके 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
सीएनएस ने नवनिर्मित वरुण नौसेना परिसर का भी दौरा किया, जिसे भारतीय नौसेना ने एनएमएचसी स्थल पर एक बेस ऑफिस-सह-आवास के रूप में बनाया, उन्होंने चल रही परियोजना से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों में मैरीटाइम हेरिटेज सोसाइटी के उप निदेशक, कमोडोर दोराईबाबू और इंडियन पोर्ट्स, रेल एंड रोपवेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड और टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के प्रतिनिधि शामिल थे।
रिपोर्टर : यज्ञेश गोस्वामी


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