अमेरिका से भेजे गए भारतीयों के मुद्दे पर अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधा।

Adarsh Kanoujia
8 फरवरी को मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजों से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ में भाजपा सरकार पर अमेरिका द्वारा भारतीयों को भारत वापस भेजने के मामले में निशाना साधा। अखिलेश ने कहा-भाजपा कहती है कि हम दुनिया में एक स्तर पर पहुंच गए हैं। हम अब विश्वगुरु बन रहे हैं। हमारी अर्थव्यवस्था तीसरे नंबर पर पहुंचने वाली है। लेकिन, भारतीय नागरिकों को कैसे लाया गया ? दूसरे देश के राष्ट्रपति ने कहा कि वे सैन्य विमान से भेजे गए लोगों को स्वीकार नहीं करेंगे। अमेरिका को यह स्वीकार करना होगा, क्या भारत इतना कमजोर है ?
गुजरात के लोगों ने 1 करोड़ खर्ज किए-
अखिलेश ने जनता के पैसे सरकार से की ओर से वापस दिए जाने की बात कहते हुए कहा कि हम अमेरिका को इतना बड़ा बाजार दे रहे हैं, फिर भी ऐसा व्यवहार..गुजरात के लोगों ने वहां जाने के लिए एक करोड़ रुपये खर्च किए। पंजाब के लोगों ने 50 हजार रूपये खर्च किए है। सरकार को उनका पैसा वापस करना चाहिए अगर वो ऐसा नहीं करते है ते सरकार की अर्थव्यवस्था कहीं भी पहुंच रही हो, उसका कोई मतलब नहीं है।
क्या था मामला-
एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में अमेरिका के विमान सी-17 से 205 भारतीयों को भारत वापस भेजा गया। आपको बता दें कि अमेरिका में 18 हजार से अधिक अवैध प्रवासी भारतीय रह रहै है। जिनमें से ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा है जिनका वीजा समाप्त हो चुका है पर फिर भी वो रह रहे है और ऐसे लोग भी है जो अवैध तरीके से अमेरिका में दाखिल हुए। ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें वापस भेजा जा रहा है। प्रशासन ने आगे ऐसी और भी कार्यवाही करने के संकेत दिए है।
राज्यसभा में लगातार उठाया जा रहा है मुद्दा-
राज्यसभा में विपक्षी दल के नेता लगातार इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहे है। कार्यवाहक सभापति ने इस मुद्दे पर चर्चा करने से इंनकार कर दिया है। सभापति ने कहा कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर पहले ही इस विषय पर बयान दे चुके हैं.
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा- मैंने अपने संसदीय इतिहास में किसी भी मंत्री को इतना बुरा बयान देते हुए नहीं सुना। यह कहना कि "अमेरिका से वापस भेजा जाना कोई नई बात नहीं है"
जो लोग वापस भेंजे गए है उनसे यहां अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। एक तरह से वो अभी भी हिरासत में है।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, अमेरिका ने भारतीयों को विमान में भेंड़-बकरियों की तरह भर कर भेजा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। हम चाहते है विदेश मंत्री बयान दे। भारतीयों की जान मायने रखती है। प्रधानमंत्री को संसद आना चाहिए। अमेरिका को सख्त संदेश देना चाहिए कि भारतीयों के प्रति ऐसा व्यवहार अस्वीकार है।
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