जाने अयोध्या में अक्षय नवमी पर 14 कोसी परिक्रमा का महत्व!

आज देश अक्षय नवमी मनाई जा रही हैं.वही आज अयोध्या में अक्षय नवमी के अवसर पर आज 14 कोसी परिक्रमा की जाएगी.अक्षय नवमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार हैं, जो कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता हैं. यह त्योहार भगवान विष्णु की पूजा के लिए विशेष हैं और इसे "कार्तिक नवमी" या "आयुध पूजा" भी कहा जाता हैं.अक्षय नवमी का महत्व भगवान विष्णु की पूजा, आयुध पूजा, शिक्षा और ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति से जुड़ा हुआ हैं.इस दिन की पूजा विधि में स्नान और पूजा, भगवान विष्णु और सरस्वती की पूजा, आयुध पूजा, दान और पुण्य कार्य शामिल हैं.अक्षय नवमी पर गंगा स्नान, दान, पुण्य कार्य और भगवान विष्णु की आराधना करने  से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं.

क्यों कि जाती अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा?
अक्षय नवमी के मौके पर अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा की जाती हैं.जिस दौरान दूर दूर से परिक्रमा करने लोग आते हैं.क्योंकि यह यह परिक्रमा अयोध्या में भगवान राम की वनवास यात्रा की याद में की जाती हैं.चौदह कोशी परिक्रमा अयोध्या में एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान हैं, जो भगवान राम की जन्मभूमि की परिक्रमा करने के लिए किया जाता हैं.यह परिक्रमा लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर फैली हुई है और इसमें 14 महत्वपूर्ण स्थलों का दर्शन किया जाता हैं. 

चौदह कोशी परिक्रमा का महत्व
चौदह कोशी परिक्रमा से भगवान राम की जन्मभूमि की पूजा की जाती हैं. जिससे पापों से  मुक्ति, पुण्य की प्राप्ति, और आत्मशुद्धि से जुड़ा हुआ हैं.चौदह कोशी परिक्रमा के दौरान भगवान राम के चरणों में पापों की मुक्ति की प्रार्थना की जाती हैं और पुण्य की प्राप्ति होती हैं.इस परिक्रमा में 14 महत्वपूर्ण स्थलों का दर्शन किया जाता हैं, जिनमें अयोध्या, त्रेता के ठाकुर, हनुमानगढ़ी, राम जन्मभूमि, कौशल्या घाट, सीता रसोई, लक्ष्मण घाट, भरतकुंड, नंदीग्राम, सखी तालाब, रामचौरा, श्री रामजानकी मंदिर, धर्मक्षेत्र, और गोप्रथ गामा शामिल हैं.चौदह कोशी परिक्रमा करने के लिए विशेष समय अक्षय नवमी, राम नवमी, और चैत्र नवरात्रि के दिन होता हैं. इन दिनों में चौदह कोशी परिक्रमा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है,यह परिक्रमा भगवान राम की भक्ति और आत्मशुद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान हैं, जो अयोध्या के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता हैं.

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